Categories: देश

ज्योतिष्पीठ के शङ्कराचार्य ने पीएम को लिखा पत्र, जम्मू कश्मीर की नदियों के वैदिक नाम पुनर्स्थापित करने का दिया सुझाव।

रिपोर्ट – विनय उनियाल

गुजरात : ज्योतिष्पीठ के परमाराध्य जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘१००८’ ने आज भारत के माननीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी को एक पत्र लिखकर देश की नदियों के लिए वैदिक नामों को पुनर्स्थापित करने की बात कही है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की नदियों के प्राचीन नामकरण पर विशेष जोर दिया है।

ज्योतिष्पीठ आदि शङ्कराचार्य द्वारा स्थापित चार आम्नाय पीठों में से एक है। शङ्कराचार्य ने पवित्र नदियों के सर्वोपरि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया है। श्रीमद्भागवत महापुराण और ऋग्वेद जैसे पवित्र हिन्दू धर्मग्रन्थों के उद्धरणों का हवाला देते हुए देशवासियों, प्रकृति और विरासत के लिए नदियों के शाश्वत महत्व के साथ-साथ उनके वैदिक नामों पर भी प्रकाश डाला है।

इन पवित्र नदियों के नामों में हाल के बदलावों या विकृतियों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए, स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदरदास मोदी से उनकी वैदिक उपाधियों को बहाल करने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय लेने के लिए आग्रह किया है। शङ्कराचार्य वर्तमान में जम्मू और कश्मीर से बहने वाली नदियों के लिए वैदिक नामों की बहाली पर विशेष जोर देते हुए लिखते हैं – चिनाब के लिए ‘असिक्नी’, झेलम के लिए ‘वितस्ता’, रावी के लिए ‘परुष्णी’ और सिंधु के लिए ‘सिन्धु।

यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि वैदिक नदियाँ हमारे देशवासियोः के मन-मस्तिष्क में एक पवित्र स्थान रखती हैं, जो जीवन, संस्कृतियों और सभ्यताओं को बनाए रखने वाली जीवन रेखा के रूप में कार्य करती हैं। उनके वैदिक नाम साँस्कृतिक पहचान और प्रकृति के साथ आध्यात्मिक सम्बन्ध का सार दर्शाते हैं। वैदिक नामों के उच्चारण मात्र से व्यक्ति और समाज में पवित्रता, गौरव और सम्मान की भावना जागृत होती है।

प्रधानमंत्री को शङ्कराचार्य जी का पत्र जहाँ यह वैदिक सनातन धर्म को फिर से स्थापित करने वाले महान् दार्शनिक आदि शङ्कराचार्य की परम्पराओं और विरासत को ध्यान में रखता है, वहीं यह इसकी पवित्रता को संरक्षित करने और सम्मान देने की सामूहिक आकांक्षा को भी दर्शाता है। वैदिक नदियाँ, साथ ही भारत की प्राचीन ज्ञान और साँस्कृतिक विरासत हैं।

Spread the love
Pradesh News

Recent Posts

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 3848 लाभार्थियों को ₹33.22 करोड़ का वितरण, सीएम धामी बोले—युवा नौकरी देने वाला बने..

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के…

1 day ago

मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना पर मुख्य सचिव की समीक्षा बैठक, विदेशी भाषा प्रशिक्षण पर जोर.

मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक…

1 day ago

‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’ अभियान की तैयारियों की सीएम धामी ने की समीक्षा, 17 दिसंबर से 45 दिन तक लगेंगे बहुद्देशीय शिविर..

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में “जन-जन की सरकार, जन-जन…

1 day ago

उत्तराखंड में ‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’ अभियान का शुभारंभ, 45 दिन तक चलेंगे बहुउद्देशीय शिविर..

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में बुधवार से ‘जन-जन की सरकार,…

1 day ago

पानी संकट के लिए समाधान: ट्रिटेड सीवेज वॉटर हाइड्रोपोनिक्स को राष्ट्रीय पेटेंट..

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में सीवेज के पानी को हाइड्रोपोनिक सब्जी उत्पादन का आधार बनाया गया…

1 day ago

विजय दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि, 1971 युद्ध के वीरों और परिजनों को किया सम्मानित..

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क, देहरादून…

2 days ago