Video – आखिर ऐसे हुई थी वैलेंटाइन डे की शुरुआत।

मसूरी : इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने कहा कि पहाड़ों की रानी मसूरी से पूरे भारतवर्ष में वैलेंटाइन डे की शुरुआत हुई थी। गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि 1843 में एक अंग्रेज मोरगन माउंट मसूरी के एक स्कूल में अध्यापक थे उन्होंने अपनी प्रेमिका को पहली बार वैलेंटाइन डे की शुभकामनाएं दी थी जिसका पत्र आज भी उनके पास संरक्षित है गोपाल भारद्वाज बताते हैं कि उस व्यक्ति ने अपनी बहन को यूरोप में लिखे पत्र में बताया कि आज दिनांक 14 फरवरी को उसने अपनी प्रेमिका से अपने प्रेम का इजहार किया था।
गोपाल भारद्वाज के अनुसार अंग्रेजों द्वारा बसाई गई मसूरी में पहली बार वैलेंटाइन डे बनाया गया इसके बाद से यह प्रथा लगातार चलती आ रही है और आज पूरे भारतवर्ष में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान हो गया है हालांकि कुछ संगठन इसका विरोध करते हैं और पाश्चात्य संस्कृति को हिंदुस्तान में बनाए जाने पर अपना विरोध दर्ज करते हैं। इसके बाद पूरे भारतवर्ष में वैलेंटाइन डे मनाना शुरू हो गया हालांकि पूर्व में वैलेंटाइन डे एक ही दिन 14 फरवरी को मनाया जाता था लेकिन व्यवसायिक कारणों से अब इसे 1 हफ्ते का मनाया जाने लगा है जिसमें चॉकलेट डे टेडी डे हग डे और प्रॉमिस डे रोज डे मनाया जाने लगा है। वही मसूरी घूमने प्रेमी युगल मोहित ने बताया कि आज वैलेंटाइन डे के दिन उन्होंने अपनी प्रेमिका से प्रेम का इजहार किया है।