भागवत् भक्ति मानव उद्वार का मार्ग – आयुश महाराज।

रिपोर्ट – अरविन्द थपलियाल

उत्तरकाशी/नौगांव : विकासखडं नौगांव के अंतर्गत मुंगसन्ति के ग्राम दारसौं में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन का आज तृतीय दिवस है जिसमें पहले दिन भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारभं का शुभारंभ हुआ।
श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन गोविन्द राम पुत्र टीकाराम उनियाल परिवार अपने पित्रों के उद्वार के लिये सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कर रहे हैं,श्रीमद् भागवत कथा में व्यास आयुश बाल व्यास कृष्णनयन महाराज हैं मंडपाचार्य की भूमिका प्रकाश बहुगुणा और उपाचार्य नवनान बहुगुणा निभा रहे हैं।
व्यास पीठ से पंडित आयुश कृष्णनयन ने बताया कि भागवत् कथा सुनने मात्र से जीवन का उद्वार होता है और जो प्राणी मात्र भी भागवत कथा का एक बार श्रवण कर ले उसके सारे पाप तृप्त हो जातें हैं,आयुश महाराज ने व्यास पीठ से बताया कि मानव जाति के जो विकृतियाँ आ रही हैं उसके लिये भागवतभक्ति का अनुसरण करना जरुरी है।
बाल व्यास आयुश महाराज ने एक प्रसंग में बताया कि माता, पिता,और अपने से बडो़ का आदर करना चाहिए और अपने से बडो़ की सलाह किसी कार्य के लिये जरूर लें और यह भी बताया कि अपने जीवन में यदि कुछ सत्कर्म करने हैं तो अपनी संतानों को सकारात्मक संस्कार दें।
श्रीमद् भागवत कथा में धयेश्वर नाग महाराज की देव डोली भी विराजमान है जिसकी छत्र छाया में श्रीमद् भागवत का आयोजन हो रहा है,भागवत कथा विद्वान ब्रह्मणों के मंत्रोचारण के साथ भागवत् कथा का आयोजन भव्य हो रहा है ।
भागवत् कथा में कुल पुरोहित सीताराम डोभाल, धयेश्वर नाग देवता माली रामप्रकाश,भजन सम्राट रामस्वरूप थपलियाल सहित भागवत कथा में देवी देवताओं के माली पुजारी सहित सेकडो़ ग्रामीण सम्मिलित है।

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