उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर निकाय निर्वाचक नामावली से नाम न काटने की मांग की।
मसूरी : शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि नगर निकाय निर्वाचक नामावली 2024 में दर्ज मतदाताओं के नामों पर की गई आपत्तियों को खारिज कर मतदाता सूची से किसी के नाम न काटे जायं।
एसडीएम को दिए ज्ञापन में कहा गया कि नगर निकाय निर्वाचकनामावली 2024 में एक ही व्यक्ति यश गुप्ता शिकायत कर्ता है। उनके द्वारा आपत्तियां दर्ज की गयी है। इसमें अवगत कराना है कि उक्त व्यक्ति एक विशेष राजनीतिक व्यक्ति से जुड़े हुए हैं, तथा उनके द्वारा जिन लोगों पर आपत्तियां दर्ज की गई हैं वे सभी लोग इनके समर्थक नही हैं तथा यह लोग अन्य राजनीतिक व्यक्तियों व दलों का समर्थन करते हैं, तथा यह लगभग एक क्षेत्र विशेष से सम्बन्ध भी रखते हैं।
ज्ञापन में कहा गया कि इनके द्वारा लगाई गयी आपत्तियां राजनीति से पूर्णतः प्रेरित है ताकि इन नामों के कटने से चुनाव में सीधा इनके प्रत्याशी को लाभ मिले। एसडीएम से मांग की गई है कि ऐसी राजनीति से प्रेरित आपत्तियों परसुनवाई न की जाये तथा नामावली में दर्ज नामो को यथावत रखा जाए। जो व्यक्ति किसी स्थान पर नाम दर्ज करवाते वक्त उपस्थित होता है उनका नाम नामावली से हटवाया जाना अनुचित व न्यायहित में नही है। तथा किसी अन्य पंचायत की नामावली में 2019 में दर्ज नाम को 2024 मे ंबनने वाली नामावली में दर्ज करवाने का विरोध किसी नियम में लागू नही होता किसी भी नामावली में दर्ज नाम के बीच 6 माह से अधिक समय के अन्तराल के बाद दर्ज कराया जा सकता है। इन 2019 की नामावली को इनका आधार बनाया जाना किसी भी सूरत में न्याय संगत नहीं है। यह मात्र राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। जो व्यक्ति यहाँ पर छह माह से अधिक समय से रह रहा है उसका नाम इस नामावली में यथावत रखा जाना न्यायोचित है। पूर्व में भी इन्ही व्यक्ति विशेषों द्वारा मसूरी के सम्मानित मतदाताओं पर आपत्ति दर्ज की गई थी लेकिन जब आपके द्वारा आपत्तियों की सुनवाई हेत् तिथि निर्धारित की गई थी उस समय भी आपत्ति कर्ता तय तिथि पर नदारद रहा जिस कारण सरकारी समय का दुरूपयोंग किया गया। इस मौके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि यह शहर को बांटने का कार्य कर रहे हैं, ज्ञापन में ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की उसके बाद भी उनकी बात नहीं सुनी जाती तो उन्हें आंदोलन करने को बाध्य होना पडेगा व न्यायालय की शरण में जाना होगा।
इस मौके पर एजाज अहमद, महिमानंद, मेघ सिंह कंडारी, राजेश मल्ल, दिनेश सेमवाल, जय प्रकाश राणा, आदि मौजूद रहे।