मसूरी शहर कांग्रेस ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शहीद स्थल पर मौन रखा।
मसूरी : शहर कांग्रेस ने शहीद स्थल पर कोलकाता, देहराूदन सहित अन्य स्थानों पर महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्मों की घटनाओं के बढने पर चिंता व्यक्त की है व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक घंटे मौनव्रत रखने के बाद मोमबत्तियां जलाकर श्रंद्धांजलि दी।शहीद स्थल पर कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्र हुए व महिलाओं पर बढते अत्याचार व बालात्कार की बढती घटनाओं के विरोध में एक घंटे का मौन व्रत रखा व मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि भाई बहनों के पवित्र पर्व रक्षा बंधन के पर्व पर शहर कांग्रेस ने उन पीड़ित महिलाओं के लिए एक घंटे का मौन रखा व जिनकी हत्या की गई उनको मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी गई। उन्होंने कहा कि इतनी घटनाओं के बाद भी सरकारें चेत नहीं रही है। इसमें उत्तराखंड भी अछूता नहीं है। यहां पर चाहे अंकिता भंडारी हत्याकांड हो, रूद्रपुर की घटना हो या आईएसबीटी की घटना हो ऐसी लगातार बढ रही घटनाओं पर कानून व्यवस्था लचर नजर आ रही है। जिसके कारण अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे कृत्यों के आरोपियों को तत्काल सजा दी जानी चाहिए लेकिन हमारे देश में न्याय देर से मिलता है वहीं कई मामलों में सबूत न मिलने पर अपराधी बच जाते हैं। इस ओर सरकार को ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तरांखंड में दस सालों में महिलाओं के दुर्व्यवहार के इतने मामले हो गये है लेकिन किसी एक का खुलासा नहीं हो पाया। वहीं कांग्रेस दूसरे राज्यों में ऐसी घटनाएं होने पर प्रदर्शन करती है लेकिन उत्तराखण्ड में भाजपा की सरकार होने के बावजूद ऐसी घटनाओं के आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही जो चिंता का विषय है। अंकिता भंडारी हत्याकांड में खुद भाजपा के लोग शामिल है इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही। सरकार ऐसा कानून लाये कि अपराधियों को तत्काल सजा दी जाय ताकि समाज में एक संदेश जा सके।
इस मौके पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर कौर, मेघ सिंह कंडारी, भरोसी रावत, रूबीना अंजुम, वसीम खान, राजीव अग्रवाल, पूर्व सभासद दर्शन रावत, प्रताप पंवार, आनंद पंवार, पूरण जुयाल, संजय टम्टा आदि मौजूद रहे।
परिवार के साथ मसूरी घूमने आयी खुशी नेगी शहीद स्थल पर आयी थी जहां शहर कांग्रेस महिलाओं पर बढ रहे अत्याचार के विरोध में मौन रख रहे थे। इस मौके पर खुशी नेगी ने कहा कि वह भी इस संबंध में कुछ बोलना चाहती है। उन्होंने कहा कि कोलकाता की घटना हो या देहराूदन की घटना हो बड़ी ही शर्मनाक व निंदनीय घटना है। उन्होंने कहा कि जिस भारत को सोने की चिंडिया कहा जाता था वहा आज आये दिन बालात्कार की बातें आती हैं। रक्षा बंधन के दिन ऐसी घटना की जितनी निंदा की जाय कम है। उन्होंने कहा कि वह भी मेडिकल लाइन में है, कोलकाता की घटना ने झकझोर के रख दिया। आज उनके माता पिता व भाई पर क्या बीत रही होगी। हमारे समाज में लडकियों को बडे सम्मान से पाला जाता है। उन्होंने रक्षा बंधन के पावन पर्व पर सभी भाईयों को अनुरोध किया है कि वह पूरे भारत की मां बहन, व बेटियों को अपना मानें उन्हें वहीं महत्व व सम्मान दें जो अपने घर में देते हैं, लडकियों को आगे बढने के पूरे अवसर दें लेकिन ऐसी घटनाएं उनके हौंसले को तोड़ती हैं, उन्होंने भावुक होकर कहा कि हमें इतना मजबूत बनना पडेगा कि अगर कोई उनकी ओर देखे तो उनकी आंख फोड दें व हाथ तोड़ दें। अपनी आवाज खुद उठायें व अपना हौंसला बनाये रखें। |