ठेकेदार वेलफेयर संगठन ने लोक निर्माण विभाग के कार्यालय पर की ताला बंदी, परिसर में दिया धरना।


अनिल भंडारी
श्रीनगर : अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विभाग द्वारा आमंत्रित की गई बड़ी निविदाओं के खिलाफ आज अलकनंदा ठेकेदार वेलफेयर संगठन के ठेकेदारों ने अस्थाई खंड लो.नि.वि कीर्तिगर कार्यालय पर ताला बंदी कर विभाग परिसर में धरना आरंभ कर दिया है।
पूर्व में ठेकेदार संघ ने एसडीएम के माध्यम से विभाग के द्वारा बड़ी निविदाओं के आमंत्रण पर नाराजगी जाहिर करते हुए डी एम टिहरी व अधीक्षण अभियंता टिहरी को इस आशय का ज्ञापन प्रेषित किया था कि लो नि वि ने जो सौड़ू जाखी , सुपाणा भ्यूपानी,पौड़ी खाल कोटेश्वर व बीरखाल मंजूली मोटर मार्गो के निर्माण कार्य के लिए जो बड़ी निविदाएं आमंत्रित की थी उनको छोटी निविदाओं में परिवर्तित किया जाय लेकिन उच्च अधिकारियों ने उनकी बातों को दरकिनार कर अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नही होने से नाराज संघ ने मजबूरन आज विभाग पर ताला जड़ दिया ।ठेकेदार संघ के संरक्षक पूर्व ब्लॉक प्रमुख विजयंत निजवाला का कहना है की विभाग ने जब पूर्व में भी इस प्रकार की निविदाएं आमंत्रित की थी उस समय भी संघ के विरोध के चलते विभाग को निविदाएं छोटी करनी पड़ी थी और तब भी विभाग को चेतावनी दी गई थी की भविष्य में छोटी निविदाएं ही आमंत्रित की जाए लेकिन बावजूद इसके विभाग ने फिर से बड़ी निविदाएं मांगी है उनका कहना है कि यदि शासन प्रशासन को इसी प्रकार की निविदाएं निकालनी है तो बी सी और डी श्रेणी को समाप्त कर दे उन्होंने कहा है की जब तक उनकी मांगे नही मानी जाती है। उनका धरना व तालाबंदी जारी रहेगी।
वहीं संघ के अध्यक्ष चिरंजी पुंडीर का कहना है कि इसी मुद्दे को लेकर ठेकेदार संघ पूर्व में भी दो बार धरने पर बैठ चुके है हर बार शासन प्रशासन ने उन्हे आश्वासन देने के बाद भी बड़ी निविदाएं लगाई जा रही है जिससे विभाग में पजीकृत लगभग साढ़े तीन सौ ठेकेदार भूखमरी की कगार पर है कई ठेकेदारों को तो पिछले लंबे समय से कोई काम नहीं मिला है जिसके चलते संघ को यह कदम उठाना पड़ रहा है उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उनकी इस मांग पर कोई कार्यवाही नही होती है तो उन्हें इससे भी कड़े कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।आज तालाबंदी करने वालों में विनोद रावत,विपिन पंवार,बिक्रम बिष्ट,केशवानंद डंगवाल,कुंदन बिष्ट,भगवान सिंह पंवार,रणबीर सिंह बिष्ट सहित बड़ी संख्या में ठेकेदार उपस्थित रहे।
वहीं तालाबंदी और ठेकेदारों की मांग को लेकर अधिशासी अभियंता डी पी आर्य का कहना है कि तालाबंदी को लेकर संघ से मेरे कार्यालय को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई थी अब इनके द्वारा तालाबंदी की गई है जिसकी सूचना प्रशासन को दी जाएगी ।इनकी मांगो लो लेकर उच्च अधिकारियों से मुझे जो आदेश प्राप्त होंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी।