कर्णप्रयाग रेल वर्ष 2024 तक पूरा करने का किया जा रहा है हर संभव प्रयास – डीआरएम अजय नंदन।


मसूरी : उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल के डीआरएम अजय नंदन ने मसूरी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देहरादून से हाल ही में शुरू की गई वंदे भारत रेल सेवा को और अधिक सुगम व कम समय में पहुंचाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं ताकि इसका लाभा आसपास के क्षेत्र के लोगों को भी मिल सके। वहीं कर्ण प्रयाग रेल वर्ष 2024 तक पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। वहीं यह भी कहा कि मसूरी रेलवे के ओकग्रोव स्कूल के विकास के लिए पहली बार 75 करोड का बजट स्वीकृत किया गया है जो इससे पहले कभी इतनी बडी राशि स्वीकृत नहीं की गई।
मसूरी ओक ग्रोव स्कूल के स्थापना दिवस पर पहुंचे मुरादाबाद मंडल के डीआरएम अजय नंदन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देहरादून सुबह दिल्ली के लिए व दिल्ली से शाम को देहरादून के लिए कोई रेल सर्विस नहीं थी जिसके लिए दो प्रीमियम सर्विस हैं जिसमें शताब्दी व वंदे भारत रेल है। दिल्ली से देहरादून वंदे भारत रात को दस बजे के बाद पहुंचती है लेकिन इस रूट का समय कम करने के लिए ट्रेक पर बहुत कार्य होने है उसके बाद आधा पौना घंटा की और कमी आयेगी व इससे देहरादून से आस पास क्षेत्र में जाने वालों को भी सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल पर कहा कि इस रेल सर्विस के लिए सभी टनलों का कार्य एक साथ कर रहा है व तेजी से चल रहा है इसमें कई चुनौतिया व समस्याये हैं उसके बाद भी प्रयास रहेगा कि वर्ष 2024 तक यह कार्य पूरा हो जाये। उन्होंने देहरादून से चलने वाली रेल सेवा जनता को ऋषिकेश से चलाने पर कहा कि यह वहीं से चलेगी अभी इसे देहरादून से चलाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
डीआरएम अजय नंदन मसूरी आउट एजेंसी के बद होने पर हो रही असुवधिओं पर कहा कि ऐसा नहीं है उन्होेने कहा कि आईआरसीटीसी द्वारा प्राधिकृत किए गये 12 टिकट बुकिंग एजेंट मसूरी में हैं। जो टिकट बनाने का कार्य कर रहे थे जिनका नाम पता व नंबर रेलवे के पास है लेकिन जब पता चला तो इसके से छह ने यह कार्य बंद कर दिया व छह व्यवसायी अभी भी रेल टिकट बुक करने का कार्य कर रहे हैं वहीं एक टिकट कांउंटर लबासना में भी है। जहां पहले चल रहा था उसे चलाया जाना संभव नहीं है लेकिन जहां यह चलता था वहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए एक कागज चस्पा कर दिया गया है ताकि लोग अपना टिकट मसूरी में बने छह केंद्रो से करवा सकें। उन्होंने ओकग्रोव स्कूल रेलवे का गर्व है इसके विकास में हर संभव प्रयास किया जाता है लेकिन इस बार इस साल के बजट में 75 करोड का बजट रखा गया है जो बड़ी उपलब्धि है जिससे स्कूल के विकास कार्य स्वीकृत करा सकते हैं। इससे पहले इतनी बडी राशि पहले कभी स्कूल के लिए स्वीकृत नही की गई।