लोक पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर के महत्वपूर्ण अंग – ललित मोहन रयाल।

विनय उनियाल

देहरादून : लोक पर्व हमारी सांस्कृतिक एवं साहित्यिक धरोहर के प्रमुख अंग है और इनका हस्तांतरण नई पीढ़ी में करने के लिए इन लोक पर्व को मनाना बहुत आवश्यक है।

उपरोक्त विचार मुख्यमंत्री के अपर सचिव आईएएस ललित मोहन रयाल ने सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल देहरादून के प्रांगण में इगास पर्व महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या के शुभारंभ के अवसर पर व्यक्त किए
उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी हमारे इन मूल्यों को न भूले इसके लिए विद्यालयों में इस प्रकार के कार्यक्रम होना परम आवश्यक है जिससे हमारे बच्चे हमारी संस्कृति से जुड़ाव महसूस कर सकें

कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक एवं उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के पेरा 37 में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि छात्र छात्राओं को प्रदेश एवं देश की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों से रूबरू कराने के उद्देश्य से विद्यालयों में लोक पर्वों एवं राष्ट्रीय पर्वों का धूमधाम से आयोजन किया जाए।

डॉक्टर घिल्डियाल ने कहा कि सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल समय-समय पर लोक पर्व के आयोजन के माध्यम से जहां एक तरफ विद्यार्थियों का जुड़ा राज्य की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक धरोहर ओं से करा रहा है वही इस स्कूल के बच्चे तमाम राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अव्वल स्थान भी प्राप्त कर रहे हैं उन्होंने इसके लिए सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन बलूनी सहित पूरे विद्यालय परिवार शिक्षकों कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं के प्रयासों की तहे दिल से तारीफ की

इसके बाद लोक गायक गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने” देशों मां का देश मेरा गढ़ देश हो ” की प्रस्तुति देकर खचाखच भरे दर्शकों के पंडाल को मंत्रमुग्ध कर दिया उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार एवं रचनाकार गणेश खुगशाल”गणी” के सफल संचालन में चले इस कार्यक्रम में पहुंचे अति विशिष्ट अतिथियों आईएएस ललित मोहन रयाल एवं डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का स्वागत करते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन बलूनी ने कहा कि हमारे दोनों अतिथि ,दोनों विभूतियां बहुत साधारण सरकारी विद्यालयों से पढ़कर आज उच्च पदों रहते हुए भी बहुत विनम्रता एवं जमीन से जुड़कर राज्य के हित में कार्य कर रही है, इसलिए छात्र छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है उन्होंने आशा जताई कि श्री रयाल एवं डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल का मार्गदर्शन हमेशा विद्यालय परिवार को मिलता रहेगा।

इसके बाद कार्यक्रम में राज्य की प्रसिद्ध लोक गायिका मीना राणा एवं नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने प्रसिद्ध गीत गाकर भीड़ को मंत्रमुग्ध कर दिया इसके बाद उपस्थित लोगों द्वारा गढ़वाल का प्रसिद्ध भैलो खेल खेला गया लोगों ने गढ़वाली व्यंजनों का भी एक खूब लुत्फ उठाया।

इस अवसर पर पूरे राज्य से शिक्षा, चिकित्सा, खेल, एवं साहित्यिक एवं सांस्कृतिक जगत से जुड़ी हुई कई हस्तियां दर्शक दीर्घा में मौजूद थी।

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