उत्तराखंड में जमकर तबाही मचा रही वनाग्नि, आग बुझाने के लिए वन विभाग ने झोंकी पूरी ताकत; सीएम धामी आज करेंगे बैठक
लोगों को सांस लेने में भी खासी दिक्कतें हो रही
चमोली जनपद में इन दिनों जंगलों में लगी आग से जिला मुख्यालय गोपेश्वर, पीपलकोटी, कर्णप्रयाग, थराली, देवाल ,पोखरी सहित आस पास के क्षेत्रों में धुंए से धुंध छाने के साथ तपिश भी बढ ऱही है। आग के धुंए से लोगों को सांस लेने में भी खासी दिक्कते हो रही है। वहीं सांस के मरीजों का भी जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में आए दिन संख्या बढ़ती जा रही है।
वन विभाग ने पूरी ताकत झोंकी
जंगल की आग बुझाने के लिए वन विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है। फील्डकर्मियों से लेकर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आग के प्रबंधन व नियंत्रण पर लगा दिया गया है। वन विभाग मुख्यालय स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारियों को भी जनपदों में भेज दिया गया है। इसमें जिला प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। कृषि भूमि में खेतों की सफाई से उत्पन्न मलबा-ढेर व वन क्षेत्र के निकट असुरक्षित ढंग से कूडा जलाने और वन क्षेत्रों में धूम्रपान, अन्य ज्वलनशील सामग्री का अनुचित निस्तारण, लापरवाही बरतने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। जंगल की आग की घटनाओं में पिछले दो दिनों में 63 प्रतिशत आग पर काबू पा लिया गया है।
जंगल की आग की रोकथाम के उपायों की आज समीक्षा करेंगे मुख्यमंत्री धामी
प्रदेश में जंगल की आग के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को स्थगित कर वापस देहरादून लौटने का निर्णय लिया है। वह बुधवार को सचिवालय में राज्य के विभिन्न हिस्सों में जंगलों की आग की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करेंगे। साथ ही वह ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल की समुचित व्यवस्था और आगामी मानसून सीजन को लेकर की जा रही तैयारियों की भी समीक्षा करेंगे। वहीं, शासन ने आग की बढ़ती घटनाओं के दृष्टिगत फसल अवशेष व पराली पर आग लगाने पर रोक लगा दी है। मुख्य कृषि अधिकारी ऐसी घटनाओं की निगरानी करेंगे। कहीं कोई व्यक्ति इसका उल्लंघन करता पाया जाता है तो संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही भी सुनिश्चित करेंगे। प्रदेश में इस समय विभिन्न जिलों में जंगलों में आग लग रही है। आग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को स्थगित करते हुए देहरादून वापस लौटने का निर्णय लिया।
यातायात प्रबंधन के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करेंगे
वह बुधवार को सचिवालय में जंगलों की आग के साथ ही चार धाम यात्रा की तैयारियों और यात्रा मार्गों पर की जा रही विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री रुद्रप्रयाग जाकर केदारनाथ और पैदल यात्रा मार्गों पर की जा रही विभिन्न व्यवस्थाओं के साथ ही यातायात प्रबंधन के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा करेंगे।