55 वीं गुरूवाणी संगीत प्रतियोगिता बालक में नालवा व बालिका में अटारी हाउस प्रथम रहा।
मसूरी : गुरु नानक फिफ्त सेंटेनरी स्कूल में अंतर सदनीय वार्षिक गुरूवाणी संगीत प्रतियोगिता संपन्न हो गई। सरदार महताब सिंह तथा सरदारनी जसवीर कौर द्वारा चलाई गई परंपरा गुरूवाणी संगीत प्रतियोगिता में प्रत्येक वर्ष विद्यालय के छात्र-छात्राओं में प्रतियोगिता होती है। विद्यालय के पाठयक्रम में वार्षिक गुरूवाणी गायन का महत्वपूर्ण स्थान है।
गुरूवाणी कार्यक्रम की का शुभारभ सरदार हरप्रीत सिंह ने किया। विद्यालय गुरुद्वारे में उपस्थित सभी अतिथियों तथा शिक्षकों ने जपजी साहब का पाठ किया गया। प्रतियोगिता का प्रारंभ विंसेंट हिल के छात्रों द्वारा सोलो गायन से हुआ। अमृत पाल सिंह ने पतित पावन प्रभु तेरो नाम शब्द गाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान कृषिव व तृतीय स्थान शुभ कर्मन ने प्राप्त किया।
अंतरसदनीय में प्रथम स्थान नालवा सदन, द्वितीय स्थान अटारी सदन, तृतीय स्थान रंजीत सदन तथा चतुर्थ स्थान अजीत सदन ने प्राप्त किया। छात्राओं के वर्ग में सोलो गायन में गोरी मल्होत्रा प्रथम, आरिका बंसल द्वितीय तथा लक्षिता सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंतर सदनीय वर्ग में प्रथम स्थान अटारी हाउस, द्वितीय स्थान रंजीत हाउस, तृतीय स्थान अजीत हाउस व अजीत हाउस व चतुर्थ स्थान नालवा हाऊस ने प्राप्त किया। छात्र वर्ग के सोलो जब गोविंद लाल, भई पारपत मानखु देहुरिया तथा अमृतपाल सिंह ने पतित पावन प्रभु तेरो नाम गोविंद गोविंद संघ नाम देव मन लीनों शब्द गाकर सभी का मन मोह लिया। दूसरी ओर छात्राओं में गुरु गुरु गुरु कर मन मेरे, करो विनतिया स्वामी मेरे राम, प्रभु मिल गए को प्रीत मन लागी गाकर सारी संगत को मन्त्रमुग्ध कर दिया। छात्रों की ओर से पुनीत पाल सिंह तथा छात्राओं की ओर से जैसमीन कौर ने मंच का संचालन किया। निर्णायक मंडल में सरदारनी रंजीत कौर, भाई प्रीतम सिंह प्रीत, भाई जनरल सिंह का अभिनंदन करते हुए सरदार हरप्रीत सिंह ने संक्षिप्त परिचय दिया। परिणाम घोषित करने से पहले विशेष अनुरोध पर भाई जरनैल सिंह ने शबद गाकर सारे उपस्थित व्यक्तियों को भाव विभोर कर दिया। इसके पश्चात सरदारनी रंजीत कौर ने हुकुम नाम लिया तथा प्रसाद वितरण किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल तिवारी ने तथा हेड मास्टर कुलदीप त्यागी ने निर्णायक मंडल का धन्यवाद देते हुए परिणाम की घोषणा की। प्रधानाचार्य अनिल तिवारी ने निर्णायक मंडल को धन्यवाद दिया तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया।