मसूरी – BJP ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को किया याद।
मसूरी : भाजपा मसूरी मंडल ने बलिदान दिवस पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी वहीं उनके जीवन पर प्रकाश डाला। इस मौके पर भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहाकि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक देश एक निशान को लेकर कश्मीर में आंदोलन किया था।
महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज के सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनसंघ के संस्थापक सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प् अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्य वक्ता पालिका के मनोनीत सभासद मदन मोहन शर्मा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिन आदर्शो, राष्ट्रीयता की भावना को लेकर संघर्ष किया वह तत्कालीन शासकों के खिलाफ था। उनका मानना था कि एक देश में दो संविधान व दो राष्ट्रीय ध्वज नहीं हो सकते इसका उन्होंने पुरजोर विरोध किया। उन्होंने आजादी के बाद की पहली केंद्र सरकार में मंत्री पद से त्यागपत्र देकर जनसंघ की स्थापना की। उन्होंनेे कश्मीर को राष्ट की मुंख्य धारा से जोड़ने के लिए उन्होंने कश्मीर में प्रवास का निश्चय किया। लेकिन तत्कालीन सरकार ने उनपर कश्मीर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया जहां उन्हें यातनाएं दी गई और जेल में रहते हुए ही उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके बलिदान को व्यर्थ न जाने दें व जब जनसंघ का भाजपा में विलय हुआ तो दो मुंख्य उददेश्य रखे गये जिसमें एक देश एक ध्वज एक संविधान व धारा 370 समाप्त करना था। उन्होंनेे कहा कि तत्कालीन भाजपा के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी व उसके बाद तत्काली महामंत्री संगठन नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।यह देश में बड़ा मुददा बना व भाजपा की केंद्र सरकार ने कश्मीर से धारा 370 व 35ए हटा दी गई। ऐसे महान व्यक्तित्व के बलिदान दिवस पर उनको याद कर देश वासियों को प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुंखर्जी ने देश को सभी दिशा में ले जाने का प्रयास किया देश की आजादी के बाद महात्मा गांधी व सरदार बल्लभ भाई पटेल के आग्रह पर उन्होंने पहले मंत्रीमंडल में मंत्री पद लिया लेकिन विचार धारा न मिलने के कारण त्यागपत्र दे दिया। व कश्मीर को देश की मुख्यधारा से जोडने का कार्य किया। उनका कहना था कि एक देश में दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते दो संविधान नहीं हो सकते। और इसी आंदोलन को उन्होंने देश व्यापी आंदोलन बनाया। उन्होंने कार्य कर्ताओं का आहवान किया कि ऐसे महान नेता के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन में उतारे व राष्ट्रवाद को महत्ता दें।
इस मौके भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, राकेश अग्रवाल, अमित भटट, महिला मोर्चा की अध्यक्ष पुष्पा पडियार, सभासद गीता कुमाई, अरविंद सेमवाल, आलोक मेहरोत्रा, रीता खुल्लर, अनीता पुंडीर, चंद्रकला सयाना, पुष्पा पुंडीर, सपना शर्मा, सतीश ढौडियाल, नरेंद्र पडियार, तनमीत खालसा, गंभीर पंवार, रमेश खंडूरी, विरेंद्र राणा, अभिलाष, कुणाल सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।