मसूरी – DM को पत्र भेज कर सड़कों पर वाहन खडे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

मसूरी : नगर पालिका सभासद गीता कुमाई ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर मांग की है कि पर्यटन नगरी मसूरी में निजी संस्थानों, होटलों के वाहन पार्किग न होने पर सड़क पर खड़े होते हैं जो अतिक्रमण है। ऐसे प्रतिष्ठानोंको निर्देश दिया जाय कि वह अपने प्रतिष्ठानों में आने वाले पर्यटकों के वाहन किंक्रेग पार्किग में खड़े करवायें।
पालिका सभासद ने व्हाटसएप् के माध्यम से जिलाधिकारी देहरादून को पत्र प्रेषित किया जिसमें इन दिनों चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के लिए बधाई दी वहीं कहाकि इस पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाय। उन्होंने पत्र में कहा है कि पर्यटन नगरी मसूरी की व्यवस्था, स्वच्छता और सुंदरता को ध्यान में रखते हुए मसूरी शहर में अतिक्रमण पर कार्यवाही चल रही है। ऐसे में मसूरी को फिर से पुनर्जीवन देना है तो कुछ कार्यवाही आवश्यक भी है। पत्र में कहा गया है कि जहां से अतिक्रमण हटाया जा रहा है वहां यह देखने में आ रहा है कि संबंधित स्थलों पर निजी संस्थानो, होटलों आदि की गाड़ियां पार्क हो रही हैं। एक आम व्यक्ति जिसका घर मॉल रोड के अंदर है उसे अपने घर जाने से रोक दिया जाता है, किंतु इसके विपरीत निजी व्यापारिक संस्थानों की गाड़ियां ना केवल आते जाते दिखाई देती हैं बल्कि व्यवस्था को भंग करते हुए वह यत्र तत्र चौबीसों घंटे खड़ी पाई जाती हैं। अब चाहे वह कैमल बैक रोड हो मॉल रोड हो या मसूरी के समस्त विद्यालय के आसपास या फिर हमारे स्वास्थ्य केंद्र या शहर के अन्य स्थल, समस्त स्थलों पर निजी संस्थानों द्वारा गाड़ियां पार्क करके अतिक्रमण ड्राइव की धज्जियां खुले आम उड़ाई जा रही हैं। पत्र में कहा गया कि मेरा उद्देश्य किसी भी व्यापारिक संस्थान को नुकसान पहुंचाना नहीं है। पर व्यवस्था के नाम पर निष्पक्ष कार्यवाही हो ऐसी मैं आपसे उम्मीद करती हूं। मैं यह भी नहीं कहती कि नियमाविरुद्ध बने व्यापारिक संस्थानों को नुकसान पहुंचाया जाए। मेरा यह सुझाव है कि ऐसे व्यापारिक संस्थान जिनकी पार्किंग नहीं है वह अपने व्यापारिक संस्थान का एक निजी वाहन किंक्रेग स्थित मल्टी लेवल पार्किंग पर खड़ी करना सुनिश्चित करें और वहां से अपने ग्राहक को पिक एंड ड्रॉप फैसिलिटी प्रदान करें ताकि शहर में व्यवस्था बनी रहे। प्रशासन से आग्रह है कि मात्र नोटिस देकर एक फॉर्मेलिटी ना करें। यदि दिए गए सुझाव से सहमत हैं तो उस पर कार्यान्वयन करवाया जाए और नियम तोड़ने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए तभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो सकती है। इसी के साथ साथ अनुरोध है कि स्ट्रीट वेंडर्स का पारदर्शिता के साथ चिन्हिकरण कर उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इस विषय में कुछ सुझाव अधिशासी अधिकारी, उप जिलाधिकारी, वीसी एमडीडीए को भी सांझा किए गए हैं। जो कि शहर की व्यवस्था और गरिमा को बनाए रखने में सहायक होंगे। उम्मीद है कि इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देंगे। इस पर जिलाधिकारी ने व्हाटसएप पर आश्वस्त किया है कि इस मामले का गंभीरता से संज्ञान लेकर कार्रवाई की जायेगी।