मसूरी – कांग्रेस ने SDM के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया ज्ञापन, की मांग।

मसूरी : शहर कांग्रेस कमेटी मसूरी ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर मांग की है कि देश के संवैधानिक संरक्षक होने के नाते नेशनल हेरल्ड मामले में हस्तक्षेप कर केंद्र सरकार को सत्ता के दुरूपयोग रोकने हेतु दिशा निर्देश दिया जाय।
कांग्रेस कार्यकर्ता शहर अध्यक्ष गौरव अग्रवाल के नेतृत्व में कांग्रेस भवन में एकत्र हुए और वहां से एसडीएम कार्यालय गये जहां राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि केंद्र सरकार राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर सरकारी ऐजेंसियों का दुरूपयोग करते हुए विपक्षी दल के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसकी कांग्रेस घोर निंदा करती है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई इसका उदाहरण है। ज्ञापन में कहा गया कि राजनैतिक दल द्वारा ऋण लेना किसी भी कानून के तहत आपराधिक कृत्य नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करने वाली कंपनी को समय समय पर कुल 90 करोड़ रूपये का ऋण देना किस आधार पर आपराधिक कृत्य माना जा रहा है। जबकि यह ऋण विधिवत कांग्रेस पार्टी के खातों की किताबों में दर्शाया गया है। जिसकी लेखा जोखा भारत के चुनाव आयोग को भी प्रस्तुत किया गया। वहीं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि किसी राजनैतिक दल द्वारा खर्च को प्रतिबंधित या नियंत्रित किया जाता हौ। जिससे साबित होता है कि भाजपा के आरोप असत्य है। राष्ट्रीय कांग्रेस इक्विटी शेयरों का स्वामित्व अपने पास नहीं रख सकती थी, इसलिए इस इक्विटी को सेक्शन-25 के अंतर्गत स्थापित यंग इंडियन नामक नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी को आवंटित कर दिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, स्व. ऑस्कर फर्नांडीस, स्व. मोतीलाल वोरा, सुमन स्थापित किसी भी कंपनी के शेयर धारक, प्रबंध समिति के सदस्य कानूनी रूप से कोई लाभांश, लाभ, वेतन या अन्य वित्तीय लाभ नहीं ले सकते हैं। इसलिए इनका वित्तीय लाभ लेने का सवाल ही नहीं उठता। भाजपा का अवैध प्राप्ति, लाभ या वित्तीय अर्जन का दावा स्वाभाविक रूप से असत्य है। जबकि वास्तव में यह एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की परिसंपत्तियों, संपत्तियों हमेशा के लिए रक्षा करता है क्योंकि इसकी संपत्ति को कभी भी निजी व्यक्तियों द्वारा बेचा और उपयोग नहीं किया जा सकता है। ज्ञापन में कहा गया कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड, जो कांग्रेस पार्टी की विरासत का प्रतीक है, उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, प्रदेश महामंत्री कांग्रेस मनमोहन सिंह मल्ल, पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस भगवान सिंह धनाई, जय प्रकाश उत्तराखंड़ी, अमित कैंतुरा, मेघ सिंह कंडारी, भगवती प्रसाद कुकरेती व छावनी के पूर्व उपाध्यक्ष महेश चंद आदि मौजूद रहे।