मसूरी – मई दिवस पर श्रमिक संगठनों ने निकाली रैली।

मसूरी : अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मसूरी के विभिन्न श्रमिक संगठनों ने रैली निकाली जो गुरूद्वारा चौक से गांधी चौक तक गई जहां सभा करने के बाद समापन किया गया। इस मौके पर श्रमिकों ने मंहगाई व सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
संयुक्त मई दिवस समारोह समिति के तत्वाधान में निकाली गई रैली गुरूद्वारा चौक से लंढौर बाजार, घंटाघर, शहीद भगत सिहं चौक, कुलडी बाजार, इंद्रमणि बडोनी चौक, शहीद स्थल, मालरोड होते हुए गांधी चौक तक गई। रैली में श्रमिक मई दिवस के शहीदों को लाल सलाम, मजदूर एकता जिंदाबाद, मंहगाई पर हल्ला बोल, इंकलाब जिंदा बाद आदि के नारे लगाते रहे। इस मौके पर एटक के अध्यक्ष आरपी बडोनी ने कहा कि शिकागों में आठ घंटे काम को लेकर चले आंदोलन में मजदूरों पर गोलियां चलाई गई थी जिसके तहत पूरे विश्व में एक मई को श्रमिक संगठन रैली निकालते हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में सभी श्रमिक संगठनों ने रैली में प्रतिभाग किया इस मौके पर मंहगाई व न्यूनतम वेतन को लेकर आवाज बुलंद की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार ने पूरे देश में मजदूर हितों के 26 कानूनों को समाप्त कर चार कानून बना दिए जिसके कारण पूरे देश के श्रमिक आंदोलनरत हैं। वहीं सरकार ने सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बेच दिया या ठेके पर दे दिया जिसका श्रमिक विरोध करते रहे हैं। इस मौके पर होटल एवं रेस्टोरेंट यूनियन के अध्यक्ष सोबन पंवार ने कहा कि मई दिवस की रैली हर साल निकाली जाती है इस बार संयुक्त रूप से निकाली गई जिसमें मजदूरों ने मई दिवस के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही अपनी मांगे भी रखी ताकि सरकार का ध्यान इस ओर जाये व श्रमिकों की मांगों को पूरा करे। इस मौके पर होटल वर्कर्स यूनियन, होटल गाईड यूनियन, मजदूर संघ, स्कूल कर्मचारी संगठन, दुकान कर्मचारी संगठन, भवन निर्माण संघ, आशा कार्यकत्रियों के संगठन, सहित अन्य संगठनों भी प्रतिभाग किया।
इस मौके पर एटक के अध्यक्ष आरपी बडोनी, मजूदर संघ के अध्यक्ष रणजीत चौहान, भाकपा सचिव देवी गोदियाल, विक्रम बलूडी, पूरण सिंह, असलम खान, बिल्लू बाल्मीकि, गंभीर पंवार, संजय टम्टा, सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।