मसूरी – जनसंख्या नियंत्रण की मुहिम चला रही दंपत्ति परिवार ने किया जनता को जागरूक।


देश में बढ़ती जनसंख्या के खिलाफ लंबे समय से जनता को जागरूक करने का आंदोलन कर रहे तलवार दंपत्ति ने मालरोड पर उल्टा चलकर व हाथों में जनसंख्या नियंत्रण करने के स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर देश भर से आये पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों को जनसंख्या नियंत्रित करने का आहवान किया। |
मसूरी : तलवार दंपत्ति ने पहले मसूरी शहर के गांधी चौक पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जनता व पर्यटकों को जागरूक किया व उसके बाद मालरोड पर उल्टा चल कर बढ़ती जनसंख्या के प्रति जागरूक किया।
दिनेश तलवान ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वह मेरठ से मसूरी आये हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 1994 से जनसंख्या नियंत्रण करने का आंदोलन शुरू किया व 1996 में मेरी शादी दिशा तलवार से हुई और वह भी इस मुहिम में शामिल हो गयी। पहले मेरठ में लगातार अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि वह उल्टा चलते हैं तो पत्नी रास्ता दिखाती है ज बवह उल्टा चलती है तो मैं रास्ता दिखाता हूं। इसका कारण है कि सरकार उल्टा चलती है क्यो कि सरकार तमाम चीजों पर अरबों खरबों खर्च करती है लेकिन जनसंख्या नियंत्रण पर कुछ नहीं करती। अब तक उन्होंने देश के तीन सौ शहरों का भ्रमण कर इस मुहिम को जनता के बीच पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि सरकार का हम दो हमारे दो का नारा खो गया है। छोटा परिवार सुखी परिवार। देश के जितने प्रधानमंत्री हुए सभी को ज्ञापन दिया है। अभी तक 70 हजार से अधिक पत्र भेज चुके हैं व छह हजार ज्ञापन दिए है। और सन 2010 में मेरठ में जिलाधिकारी कार्यालय पर लगातार 365 दिनों तक रामधुन गाकर जगाने का प्रयास किया।
दिनेश तलवान ने बताया कि देश के सभी राजनैतिक दलों को भी ज्ञापन दिया लेकिन किसी ने मिलने का समय नहीं दिया। पहली बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मिलने का समय दिया लेकिन किसी मुख्यमंत्री ने समय नहीं दिया। देश के प्रधानमंत्री को 28 साल से लगातार मिलने का प्रयास किया लेकिन मिल नहीं पाये। लेकिन यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक इसकी सफलता नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि मसूरी से शुरू यह यात्रा तीन दिन बाद दिल्ली जंतर मंतर पर पहुंचेगे। लेकिन अब उम्मीद लगी है क्योंकि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने लाल किले से जनसंख्या नियंत्रण की बात की है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में विश्व में सबसे पहले 1952 में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाया गया लेकिन आज तक इस पर अमल नहीं किया गया। उन्होेंने कहा कि हम रहें या न रहें लेकिन यह आंदोलन आने वाली पीढी की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। इस मौके पर उनकी पत्नी दिशा तलवार ने कहाकि वह भी इस मुहिम में शामिल हैं तथा उम्मीद है कि देश के प्रधानमंत्री इस दिशा में कोई ठोस पहल करेंगे। देश की किसी सरकार ने अभी तक इस दिशा में कुछ नहीं किया। इस मौके पर उनके पुत्र यश तलवार भी साथ रहे।