मसूरी – कूड़ा डंपिग की व्यवस्था न होने से महामारी का खतरा बढ़ा।

मसूरी : नगर पालिका क्षेत्र को कूड़ा देहरादून शीशमबाड़ा न भेजे जाने के कारण आईडीएच बिल्डिंग के समीप एनएच 707A कूड़ा डंपिंग जोन में कूड़े के पहाड़ बनने लगे हैं। लगभग एक माह का एकत्रित कूड़ा यहां पड़ा हुआ है जिससे महामारी का खतरा बढ़ गया है साथ ही आसपास रहने वाले लोगों का दुर्गंध के चलते जीना दूभर हो गया है।
पर्यटन नगरी मसूरी में प्रतिदिन 15 टन कूड़ा एकत्रित होता है जिसे प्रतिदिन देहरादून स्थित शीशम बाड़ा डंपिंग जोन ले जाया जाता था, लेकिन नगर निगम देहरादून द्वारा रोक लगाने के बाद गत एक महीने से मसूरी के एकत्रित कूड़े को डंपिंग जोन टिहरी बाईपास रोड पर ही रखा गया है जिससे वहां पर कूड़े के अंबार लग गए हैं। वहां लगभग साढ़े चार सौ टन कूड़ा जमा हो चुका है। लेकिन इसे वहां से हटाया नहीं गया है। जिससे यहां पर आम लोगों का चलना दूभर हो गया है साथी महामारी का खतरा बढ़ गया है और यहां रह रहे स्थानीय लोगों में बीमारियां बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। इससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है वहीं यहां से आने जाने वाले लोग भी दुर्गंध के कारण इस रास्ते से जाने से बचने का प्रयास कर रहे हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मसूरी राजेश नैथानी ने बताया कि वहां पर नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा ब्लीचिंग पाउडर और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की महामारी ना हो। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही यहां का कूड़ा अन्य डंपिंग जोन में भेज दिया जाएगा जिसके लिए एक कंपनी से वार्ता भी की जा रही है।
नगर पालिका स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आभास सिंह ने बताया कि नगर पालिका प्रयास कर रही है कि शीघ्र ही कूड़ा डंपिग स्थल को खाली किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार से लोगों को परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि यहां पर नगर पालिका ने रिसाइकिल प्लांट लगाने की योजना बनाई है और 6 माह के भीतर यहां पर प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा जिससे यहीं पर कूड़े का निस्तारण किया जा सकेगा। वर्तमान में गीला व सूखे कूड़े को अलग करने का कार्य किया जा रहा है।