ग्राम पंचायत को सुरक्षित करने का मेरा संकल्प – बलवंत।

रिपोर्ट – अरविन्द थपलियाल

उत्तरकाशी : प्रखडं नौगांव के प्रधान संगठन अध्यक्ष और ग्राम कोटी (बनाल)के प्रधान बलवंत सिहं ने अपनी ग्राम पंचायत को सुरक्षित करने का संकल्प लिया है।ग्राम पंचायत कोटी के अंतर्गत तीन गांव आतें हैं जिसमें झाबला और घुटाडी़ समलित है।ग्राम पंचायत के अंतर्गत सार्वजनिक निर्माण कार्यों में बेहतर गुणवता है जैसे प्राकृतिक पेयजल का सौंदर्यकरण,गांव रास्तों की मरम्मत और पीसीसी खडे़जा या सार्वजनिक चौक का निर्माण हो या बाढ सुरक्षात्मक कार्य हो यह सभी कार्य धरातल पर नजर आ रहे हैं।
ग्राम प्रधान व विकासखडं नौगांव के प्रधान संगठन अध्यक्ष बलवंत सिहं रावत ने बताया कि उनका उद्देश्य ग्राम पंचायत को सुरक्षित करने का क्योंकि पहाडी़ इलाकों में भवन सुरक्षा की बेहद आवश्यकता रहती है जिससे बर्षाति दिनों में मकानों को बडा़ खतरा रहता है जिसमें सबसे पहले लगभग 30आवासीय सबेदनशील मकानों को सुरक्षित करने का कार्य किया,इसके अलावा ग्राम पंचायत के अंदर सार्वजनिक कार्यों को पहली प्राथमिकता के तौर पर रखा गया।
ग्राम प्रधान ने बताया कि अबतक 50से अधिक विकास की योजनाओ को धरातल पर उतारा गया है जिनकी लागत 2करोड़ रूपये के आसपास है।
ग्रामीण जोगी लाल,विजय लाल,जगत सिहं,श्रीमति आरती देवी,डबली ,कुंदनी,रूपी,रमीना,सुशीला देवी व प्रकाश लाल ने हमें बताया कि इससे पहले ग्राम पंचायत कोटी में विकास के नाम कोई ऐसा कार्य नही हो रखा था जिससे याद किया जाये लेकिन बलवंत सिहं के प्रधान बनने के बाद वह कार्य हुये हैं जो आजादी के बाद अब हुये हैं,ग्रामीणों ने यह भी बताया कि प्रधान बलवंत सिहं पेंशन से संबधित कार्य हो या अन्य राशन कार्ड हो या किसी प्रकार के कार्य हैं उसे प्रधान अपने खर्चे से करतें हैं।
प्रधान बलवंत सिहं पूर्व सैनिक हैं और ईमानदारी से कार्य करना वह अपनी प्राथमिकता बतातें हैं गांव के सर्वाणिक विकास के लिये वह शुमार हैं।बलवंत सिहं ने बताया कि स्वच्छता अभियान हो या शुलभ शौचालय उन्होने पात्रों को दिया है और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिये उन्होने आवासहीन लोगों को चुना है।
हमारी टीम जब गांव में पंहुची तो पाया कि ग्राम पंचायत के अंतर्गत जो निर्माण कार्य हुये हैं वह गुणवतायुक्त हैं और खानापूर्ति का तो सवाल ही नहीं उठता,हमारी कोशिस भी यह होनी चाहिये कि हम ऐसे जनप्रतिनीधियों को आगे लायें जो ग्रामीण विकास को अपनी पहली जवाबदेही समझे जिससे भारत के गांव में ग्रामीण भारत की आत्मा बसायी जाये।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *