मसूरी गोलीकांड की 27वीं बरसी पर CM धामी सहित विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक दलों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि, श्रद्धांजलि सभा मे हुआ कुछ ऐसा।


मसूरी : उत्तराखंड राज्य आंदोलन के तहत मसूरी गोलीकांड की 27वीं बरसी पर बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये आंदोलनकारियों, शहीदों के परिजनों, सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी, केद्र सरकार में रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भटट, कबीना मंत्री गणेश जोशी सहित विभिन्न राजनैतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों के लोगों ने शहीदों की प्रतिमा व चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी व उनके राज्य निर्माण में किए गये योगदान को याद किया।
शहीद स्मारक समिति के तत्वाधान में सबसे पहले सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें सभी धर्मों, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख व बौध धर्म के पुरोहितों ने अपने अपने धर्मानुसार शहीदों की याद में शांति पाठ किया व इसके बाद प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये आंदोलनकारियों ने मसूरी गोलीकांड के शहीदों को नारेबाजी के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शहीदों की शहादतों से प्रदेश बना है इसलिए प्रदेश सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मसूरी ने राज्य आंदोलन में अहम भूमिका निभाई जिसे भुलाया नहीं जा सकता। एक दिन पूर्व खटीमा में गोलीकांड हुआ और दूसरे दिन मसूरी में हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने का हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि राज्य आंदोलनकारियों ने राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है उनमें कई आंदोलनकारी छूट गये है उनके चिन्हीकरण के लिए सरकार ने निर्णय लिया है जो कि दिसंबर तक किया जायेगा। वहीं राज्य आंदोलनकारियों को जो पेंशन मिलती है उनकी पेंशन उनके चले जाने के बाद उनकी पत्नी या पति को मिलेगी तथा हाई कोर्ट ने राज्यआंदोलन कारियों की नौकरी पर जो निर्णय दिया है उसके विरोध में सरकार कोर्ट जायेगी व उनकी नौकरी नही जाने दी जायेगी। वहीं राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों में उपचार की सुविधा थी लेकिन अब राजकीय के मेडिकल कालेजों में भी उपचार की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के उ़द्योगों में आंदोलनकारियों को सेवा का अवसर दिया जायेगा। उन्होंने मसूरी देहराूदन मार्ग पर हो रहे भूस्खलन पर कहा कि इसके लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया गया है तथा इसका उपचार किया जायेगा। मसूरी की पार्किंग की समस्या व वन टाइम सेटलमेंट को लागू करने का भी भरोसा मुख्यमंत्री ने दिया।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भटट ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता क्योंकि आज हम जो भी है उनकी बदौलत हैं। उन्होंने कहा कि राज्य उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा राज्य पर्यटन प्रदेश है मसूरी के भी प्रोजेक्ट आये है वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के प्रोजेक्ट भेजेंगे उन पर विचार कर अच्छा कार्य किया जायेगा ताकि पर्यटन बढ़े उन्हांेने यह भी कहा कि धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से हमारे पर चार धाम है लेकिन कोरोना काल में यात्रा नहीं चल पायी परंतु आगे पर्यटन को बढावा दिया जायेगा वहीं कहा कि उत्तराखंड की भूमि सैन्य भूमि है और इस दिशा में सरकार पांचवे धाम सैन्य धाम का निर्माण करवा रही है। उन्होंने कहा कि सीमाओं पर सैनिक किन कठिनाईयों में रह कर देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं यह देखा है वहीं सीमा पर सबसे उंचाई पर सड़क बनाई जा रही है व सड़के बार्डर तक पहुचा दी गई हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कबीना ंमंत्री गणेश जोशी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जायेगा। उन्होंने सिफन कोर्ट पर कहा कि जो भूमि नगर पालिका ने दी थी वह कम थी, पालिका और भूमि देगी तो सभी सिफनकोर्ट के निवासियों को मकान बना कर दिए जायेंगे। उन्हांेने भरोसा दिलाया कि सिफन कोर्ट में रोपवे का कार्य तब शुरू हो जब सिफन कोर्ट के बेघरों के मकानों का शिलान्यास कर दिया जायेगा। कार्यक्रम को पूर्व जोत सिंह गुनसोला ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि जिन शहीदों की शहादत पर प्रदेश बना है उनके सपनों को साकार करने का प्रयास किया जायेगा। सिफन कोर्ट पर उन्होंने कहा कि पालिका ने भूमि प्रदेश सरकार को दे रखी है जिस पर शीघ्र निर्माण कर उनकी समस्या का समाधान किया जाय वहीं उन्होंने कहा कि मसूरी में लोगों के पास मकान नहीं है ऐसे में मसूरी वासियों के लिए आवासीय कालोनी बनाई जाय व प्रधानमंत्री आवास योजना को शुरू किया जाय। कार्यक्रम का संचालन पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने किया।
मसूरी गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने मसूरी गोली कांड के परिजनों भगवान सिंह धनाई, सरोज पंवार, रवि बंगारी, सहित पूर्व मंत्री नारायण सिह, विधायक खजानदास, उकंाद्र नेता बीडी रतूड़ी, धीरेंद्र प्रताप, शिव प्रसाद सेमवाल, प्रदीप कुकरेती, त्रिवेंद्र पंवार, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, बीडी जुयाल सहित देहराूदन से बड़ी संख्या में लोग आये।
शहीद स्थल पर पूर्व घोषणा के अनुसार सिफन कोर्ट के बेघर पहुच गये व शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद वहीं पर धरना दे दिया। जिन्हें हटाने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी मशक्क्त करनी पड़ी लेकिन वह नहीं माने लेकिन शहीद स्मारक समिति के अनुरोध पर वह मंच से हट गये व शहीद स्थल पर ही बैठ गये। पुलिस व प्रशासन ने अंत तक उन्हें हटाने का प्रयास किया लेकिन उन्हें हटा नही पाये। लेकिन मुख्यमंत्री को काले झंडे न दिखाने का भरोसा दिलाने के बाद प्रशासन शांत हो गया।
मुख्यमंत्री के आने पर आंदोलन के संयोजक प्रदीप भंडारी ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन पढकर सुनाया व समस्या के समाधान करने की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मांग जायज है यह मामला विधानसभा में भी उठाया गया वह शीघ्र इसका समाधान करेंगे व कहा कि रोपवे तब बनेगा जब सिफन कोर्ट के बेघरों की समस्या का समाधान हो जायेगा। इस मौके पर प्रदीप भंडारी, संजय टम्टा, कमल भंडारी, गंूज संस्था की अध्यक्ष डा. सोनिया आनंद, उक्रांद, की प्रमिला रावत, एटक अध्यक्ष आरपी बडोनी, राज्यआंदोलनकारी पूरण जुयाल, मनीष गौनियाल, कांग्रेस अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, सहित बड़ी संख्या में सिफन कोर्ट के बेघर महिलाएं व पुरूष थे।
कार्यक्रम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के जाने के बाद सिफन कोर्ट के बेघरों ने मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की व रक्षा बंधन पर दिए उपहार छाते, जग, घंडियां आदि की होली जलाई।
शहीद स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में एक बार फिर मंत्री गणेश जोशी की जुबान फिसल गयी व उन्होंने अपने संबोधन में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पूर्व मुख्यमंत्री कह दिया जिससे सभा में लोग सन्न रह गये व हंसी का पात्र बन गये। वहीं कार्यक्रम में मौजूद केद्रीय राज्यमंत्री अजय भटट ने मंत्री गणेश जोशी को टोका व कहा कि पुष्कर सिंह धामी पूर्व नहीं वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। इससे पूर्व भी कई बार मंत्री गणेश जोशी अपने संबोधन में ऐसी त्रुटियां की हैं।