परमार्थ निकेतन परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द ने दिव्यांग स्कुल को लिया गोद।
रिपोर्ट – अरविन्द थपलियाल
उत्त्तरकाशी : तुनाल्का बड़कोट में विजय दिव्यांग पब्लिक स्कूल के प्रबंधक विजय लक्ष्मी जोशी और उनके पति वीरेंद्र जोशी की अपनी कोई औलाद नहीं है, लेकिन बहुत से दिव्याग बच्चों को ये अपना जिगर का टुकड़ा मानते हैं। दिव्यांग बच्चों का सहारा हैं ये । एक साल पहले तक केंद्र की मदद थी लेकिन उसके बाद कोई सहारा नही रहा तो ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद महाराज इन दिव्यांगों के सहारा बने। शुक्रवार को परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज अपनी पूरी टीम के साथ तुनालका बड़कोट विजय दिव्यांग छात्रावास पब्लिक स्कूल पहुँचे जहाँ उन्होंने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात कर दिव्यांग बच्चों व अन्य दिव्यांगों को जरूरी उपकरण वितरित किये। उन्होंने उत्तराखंड के दिव्यांगों के लिए कार्य करने और परमार्थ विजय दिव्यांग स्कूल को गोद लेते हुए सभी जिम्मेदारी उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने “गंगा स्पर्श अभियान” की भाँति यमुना माँ की स्वच्छता व निर्मलता के लिए अभियान चलाने का आह्वान किया। परमार्थ की माता सरस्वती ने अपनी उपस्थिति और आशीर्वाद से समारोह की शोभा बढ़ाई और उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों और पर्यावरण की देखभाल की आवश्यकता के बारे में एक प्रभावशाली भाषण दिया और यमुनोत्री धाम के पैदल रास्ते मे पड़े कचरे पर चिंता जताई । इधर विजय दिव्यांग पब्लिक स्कूल की संस्थापक विजय लक्ष्मी ने परमार्थ निकेतन के परम पूज्य स्वामी चिदानंद का आभार जताया,स्वामी चिदानन्द सरस्वती टीम ने विद्यालय को लगभग 5लाख का दान भी देने की बात कही।
कार्यक्रम में राकेश गुप्ता आयकर डिप्टी कमीश्नर,सरस्वती विदेशी महिला,विद्यालय प्रबधंक विरेद्रं जोशी,संस्थापक विजय लक्ष्मी जोशी,स्वामी गिरीराज,अरविन्द रमोला,कबुल सिहं पंवार,सुरेद्र रावत सहित यमुना घाटी का पत्रकार संघ और गणमान्य मौजूद रहे।