“ऑन द ट्रेल ऑफ ठग्स एंड थीव्स” पुस्तक का किया विमोचन।

मसूरी : लेखक आलोक लाल एवं मानस लाल रचित कहानी की पुस्तक ऑन द ट्रेल ऑफ ठग्स एंड थीव्स का लोकार्पण मुख्य अतिथि अंग्रेजी लेखक गणेश सैली, व लेखक स्टीफन ऑल्टर ने एक होटल के सभागार में किया। इस मौके पर पुस्तक के बारे में विस्तार से चर्चा की गई व कहानीकार से इस संबंध में प्रश्नोत्तरी भी की गई।

कुलड़ी स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित लोकार्पण समारोह में पूर्व डीजीपी आलोक लाल एवं उनके पुत्र द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई कहानियों की पुस्तक ऑन द ट्रेल ऑफ ठग्स एंड थीव्स के लोकार्पण के मौके पर पुस्तक के लेखक आलोक लाल ने कहा कि उन्हें पुलिस विभाग का लंबा अनुभव है व पुलिस ऐसा विभाग है जिसमें आप ऐसे लोगों से मिलते है जो दिलचस्प होते है या ऐसे होते है जिन्हें मिलना नहीं चाहते। पुलिस के पास बहुत कहानियां होती है इसलिए वह कहानियां दूसरों तक पहुंचे इसलिए यह पुस्तक लिखी है। उन्होंने बताया कि पहली पुस्तक बारहबंकी नारकोस उसका वेबसीरीज भी बन रहा है। एक और किताब केरला पर लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में व्यस्त रहने के कारण परिवार से मिलने का समय नहीं रहता ऐसे में बेटे के साथ पुस्तक लिखकर अच्छा अनुभव मिल रहा है व सीखने को मिल रहा है।

इस मौके पर लेखक मानस लाल ने कहा कि इस पुस्तक में आठ कहानियां है जिसमें उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के गांवों से जुड़ी है इन कहानियों में चोरियों के उपर लिखा है लेकिन इससे बडी बाते पता चलती है। यह पुस्तक बडी ही एक्साइटिंग है, व सभी कहानियां सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं। ऐसे लोगों की कहानियां है जो हीरो बनते है समाज को दिशा व उम्मीद देने वाली हैं।

इस मौके पर मुख्य अतिथि गणेश सैली ने कहा कि यह पुस्तक में लेखक ने अपने पुलिस के अनुभवों को साझा किया है। व उनके समय में जो मामले पुलिस में आये उन पर लिखी है कि अपराध किस तरह होता है व उसका निस्तारण कैसे किया जाता है। यह पुस्तक बहुत रोमांच वाली है जिसे पढने में पाठकों को आनंद आयेगा। इस मौके पर लेखक स्टीफन आल्टर ने कहा कि आलोक लाल व उनके पुत्र मानस लाल ने जो यह पुस्तक लिखी उन्होंने दो बार पढ़ी इसमें बड़ी ही पुलिस से जुडी रोचक कहानियां है इसमें सबसे अच्छी बात है कि जो कहानी एक सिरे से शुरू होती है वह दूसरे छोर पर समाप्त होती है जिसे पाठक अंत तक पढेगा। इस पुस्तक को पढने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा वहीं पुलिस विभाग में जो कार्यरत है उनके लिए प्रेरणा होगी कि वह भी ऐसे मामलों को निस्तारित करें। कार्यक्रम का संचालन नूपुर कर्णवाल कैंतुरा ने किया।

इस मौके पर लेखक व कलाकार सिद्धांत, पूर्व जनरल जहीरूददीन शाह, रजत अग्रवाल, संदीप साहनी, रजनी एकांत, आभा सैली, मदन मोहन शर्मा, माधुरी शर्मा, संजय हजेला, रजत कपूर, आशीष वर्मा, शूरवीर भंडारी, अनीता सक्सेना, सहित स्कूलों के बच्चे, व शिक्षक सहित साहित्यप्रेमी मौजूद रहे।

 

(नोट – खबर वरिष्ठ पत्रकार श्री बिजेन्द्र पुंडीर जी द्वारा)

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