श्रीमद् भागवत कल्याण का मार्ग – शिवप्रसाद।

रिपोर्ट – अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : प्रखडं नौगांव के मुंगसन्ति क्षेत्र के ग्राम मांडड़गां में चल रहे सात दिवसीय भागवत कथा के प्रथम दिवस भव्य कलश यात्रा निकाली गयी जिसमें क्षेत्र के सेकडो़ महिला पुरूषों ने हिस्सा लिया,श्रीमद् भागवत में व्यास पीठ पर आचार्य शिवप्रसाद नौटियाल शास्त्री हैं,आचार्य शिवप्रसाद नौटियाल वेद पुराणों व कर्मकांडी विद्वान के अलावा कमल संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य भी रहे चुके हैं हांलाकि वह सेवानिवृत हो चुके हैं लेकिन एक संरक्षक की भूमिका निभा रहे हैं, रविवार को व्यास पीठ से आचार्य शिवप्रसाद नौटियाल एक प्रसगं में बताया कि श्रीमद् भागवत कथा कल्याण का मार्ग है जीवन में श्रीमद् भागवत का स्मरण करना जरूरी है,इसके अलावा नौटियाल ने व्यास पीठ से बताया कि हमें अपने अंदर के बिकारों को त्यागकर सत्कर्म करने चाहे जिससे जीवन का उद्वार होता है।
आचार्य शिवप्रसाद नौटियाल अपनी व्यास पीठ से कथा वाचन के अलावा सामाजिक उत्थान और समाज में फैली कुरूतियों के खिलाफ लोगों का मार्ग दर्शन कर रहे हैं और सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं।
ग्राम मांडड़गांव में श्रीमद् भागवत कथा महापुराण श्रीमति बसन्ति देव धर्मपत्नी राजेद्रं प्रसाद थपलियाल के सौजन्य से अपने पितृ देवों के उद्वार के लिये हो रहा है जिसमें क्षेत्र का भरपूर सहयोग मिल रहा है,भागवत कथा में प्रत्येक दिन महाप्रसाथ की भी व्यवस्था है।
श्रीमद् भागवत कथा में मंडापाचार्य प्रकाश बहुगुणा हैं और विद्वान ब्रह्मणों के द्वारा प्रतिदिन पुजा पाठ हो रहा है और रूद्रेश्वर महाराज भी कथा में साक्षी हैं इसके अलावा रात्री भजन संध्या का कार्यक्रम भजन सम्राट रामस्वरूप थपलियाल के मधुर वाणी से हो रहा है।
श्रीमद् भागवत कथा में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जायेगा यह जानकारी व्यास पीठ ने दी।
कथा में शास्त्री ओम प्रकाश थपलियाल, वीरेंद्र, महादेव, मोहन प्रसाद, रामप्रकाश, जयेद्र राणा, रामकृष्ण, ताजीराम सहित सेकडो़ भागवत प्रेमी उपस्थित रहे।