ड्यूटी के साथ साथ अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभा रही सोनिया जोशी।

विनय उनियाल

देहरादून : सोनिया जोशी अभी उत्तराखंड पुलिस पीएचक्यू में कार्यरत हैं। ड्यूटी के साथ- साथ एक सिंगर, कवयित्री, गीतकार एक्ट्रेस, भी है। जो अभ तक काफी गाने गा चुकी है। और “ हिंदी, गढ़वाली, सॉन्ग्स गाती है। साथ ही वह बताती है कि उन्होनें अपनी माता जी से काफी कुछ सीखा और इस कारण वो अपने स्कूल कॉलेज के प्रोग्रामो में भी भाग लेती रही। सोनिया जोशी बताती है कि जीवन में सबके अपने सपने होते हैं लेकिन उन सपनों में मेरा सपना है कि किसी भी माध्यम से देश की सेवा के साथ-साथ किसी गरीब,असहाय की भी मदद कर आ सकूं। फिर वह चाहे अपनी कविता और अपने गानों के माध्यम से ही क्यूं ना हो वर्दी पहनने के बाद जनता की सेवा हो तो रही थी। लेकिन मन को तसल्ली नहीं थी।मन में बहुत भाव थे समाज मे फैली कई बुराइयों संकीर्ण भावनाओं से मन को आराम नहीं था। पर वर्दी के दौरान यह सब देखने को मिलता तो उन भावों विचारों को अपनी कविता और अपने गीतों के माध्यम से समाज में रखने का समय-समय पर प्रयास किया। लेकिन उन सपनों को सच्ची उड़ान और सहारा दिया मेरे बचपन के मित्र अरविंद भारद्वाज ने जिन से मेरी मुलाकात लगभग 12 वर्ष बाद B.ed करने के दौरान हुई। जो कि सिंगर, कंपोजर राइटर हैं,और स्कूल में संगीत अध्यापक का कार्य कर रहे थे। मैंने अपने मनोभावों को उनके सामने प्रकट किया। सौभाग्य रहा मेरा कि वह मेरे मनोभावों को समझ पाए और पहली बार स्टूडियो का और संगीत की समझ मुझे आई ड्यूटी के दौरान समय निकालना यह सब कर पाना कठिन है परंतु उसे आसान बनाया अरविंद भारद्वाज ने और ड्यूटी के दौरान जब भी कभी समय मिलता है। उनके सहयोग से ही समाज में फैली बुराइयों जैसे भ्रूण हत्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अन्य ऐसी कई गीतों पर स्वय अभिनय कर चुकी हूं। मेरे गीतों को लोगो ने बहुत सहराया है। तेरी मिट्टी गीत गा कर मुझे एक पहचान मिली जिसे एक दिन में 40 लाख लोगों ने पसंद किया और एक हफ्ते मे एक करोड़ लोगों ने पसंद किया,। फिर तू कितनी अच्छी है गीत भी लोगों को बहुत पसंद आया जिसे अभी तक 40लाख लोगों ने पसंद किया है सोनू सूद जी के साथ भी काम करने का मौका मिला।

सोनिया बताती है कि परिवार का साथ और अरविंद भारद्वाज, का सपोर्ट उन्हें निरंतर अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करता रहता है। आगे चलकर वो उत्तराखण्ड संगीत जगत को देश और दुनिया के बीच जोरशोर से पहुँचाना चाहती है। और समाज में अपने गीतों के माध्यम से कुरुतियों पर चोट करके जनता को जागरूक करना चाहती है। उनका मानना हैं। वो बताती है कि पिता को खाकी वर्दी मैं देखकर उन्होंने भी देश सेवा करने का मन बना लिया तथा उन्होंने पुलिस फोर्स जॉइन कर ली। तथा खाकी वर्दी पहनने के बाद उन्होंने अपने माता पिता का नाम रोशन कर रही है।

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