राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता के तहत नागरिकों से मांगे सुझाव।

अरविन्द थपलियाल
उत्तरकाशी : राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता विशेषज्ञ समिति के सदस्यों ने समान नागरिक संहिता के प्रस्तावित प्रारूप को लेकर गुरुवार को लोक निर्माण विभाग अतिथि गृह पुरोला में आम नागरिकों के साथ परिचर्चा की और उनके सुझाव लिए। परिचर्चा के दौरान उपस्थित प्रबुद्वजनों, गणमान्य नागरिकों, महिलाओं द्वारा समिति को अपने-अपने सुझाव दिए।
समिति के पूर्व मुख्य सचिव /सदस्य शत्रुघन सिंह, डा.सुरेखा डंगवाल, समाजसेवी डा.मनु गौड़ ने बताया कि समिति राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों को समान नागरिक संहिता की जानकारी दे रही है और जनता के सुझाव प्राप्त कर रही है। समिति पूरे राज्य में भ्रमण कर आम लोगों से विशेषतौर पर महिलाओं और युवाओं से परिचर्चा करते हुए विवाह, संरक्षण, तलाक, गोद लेना, संपत्ति का अधिकार आदि विषयों पर सभी के विचार और सुझाव एकत्रित किए। ताकि सभी की अनुकूलता के हिसाब से समान कानून तैयार हो और आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिले।
परिचर्चा के दौरान गणमान्य एवं प्रबुद्धजनों द्वारा स्थानीय परम्पराओं को देखते हुए कई अहम सुझाव दिए। जिसमें महिलाओं एवं पुरूषों के बराबर का अधिकार की भागेदारी, बहुपति प्रथा, लिविंग रिलेशनशिप, बालक, बालिका की विवाह की उम्र बराबर रखने समेत कई अधिकारों के बारे में अपने सुझाव दिए।
इस दौरान एसडीएम पुरोला जितेंद्र कुमार, ब्लाक प्रमुख रीता पंवार, ग्राम प्रधान गुंडाडा अनिता, करड़ा अंकित रावत, सुनाली बीरेंद्र सिंह राणा, बलदेव रावत,राजपाल पंवार, एडवोकेट शरद रावत, रविंद्र रावत, महेंद्र सिंह, बीडीओ आरपी जोशी, सहित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।