भूस्खलन से जोशीमठ का अस्तित्व खतरे में।

विनय उनियाल
चमोली : जोशीमठ में भूस्खलन से नेशनल हाईवे पर जगह जगह दरारें पड़ गई है। जिससे वाहनों की आवाजाही करना किसी खतरे से कम नहीं है। ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ के पास भूस्खलन से राजमार्ग पर बड़ी दरार पड़ गई है। जिससे अब लोगों को आवाज आई करने में खतरा पैदा हो गया है। वही राजमार्ग के सामने होटल मे भी दरारें आ गई है। जिससे होटल को भी खतरा उत्पन्न हो गया है गौरतलब है कि भूस्खलन से जोशीमठ में जगह-जगह बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई है। लोगों के आवासीय मकानों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ने से लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हैं। वही कई लोग डर के साए में रात काटने को मजबूर हैं।लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं ली गई है। जिसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा एक बार आंदोलन करने का मन बना लिया है। स्थानीय निवासी अतुल सती का कहना है कि कई बार इस संबंध में शासन प्रशासन व सरकार को इसकी सूचना भी दी गई लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई जिससे अब जोशीमठ की जनता ने आंदोलन का मन बना लिया है। 24 दिसंबर को पूरे जोशीमठ की जनता सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी उसके बाद भी अगर कोई कार्यवाही नहीं होती है। तो जोशीमठ की जनता आमरण अनशन, भूख हड़ताल करने को मजबूर होगी। जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन का कारण कारण एनटीपीसी की निर्माणाधीन सुरंग है। यदि समय रहते इन परियोजनाओं पर लगाम न लगाई गई तो आने वाले समय में जोशीमठ का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।