मसूरी माल रोड के दोनों बैरियर बंद किए जाने पर आम जनता और शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने किया विरोध।
मसूरी : शहर की माल रोड के सौदर्यीकरण के कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए जिलाधिकारी ने माल रोड को वाहनों के लिए बंद करने का निर्देश दिया जिसका स्थानीय नागरिकों ने जमकर विरोध किया व उसके बाद प्रशासन ने दुपहिया वाहनों को छूट दी।
जिलाधिकारी के आदेश पर माल रोड पर वाहन पूरी तरह प्रतिबंधित करने के आदेश के बाद जब सुबह अभिभावक अपने बच्चों को लेकर स्कूल जाने लगे तो दोनों बैरियरों पर उनके वाहन व दपहिया वाहन नहीं जाने दिये गये जिसका आम जनता के कड़ा विरोध किया। लोगों का कहना था कि रोड बंद कर देने से उनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, अगर मालरोड बंद ही करना है तो स्कूल भी बंद किए जायं ताकि बच्चों को परेशानी न हो वहीं मालरोड पर दुकानें है जहां सामान सप्लाई किया जाता है ऐसे में सप्लाई भी प्रभावित हो रही है साथ ही अधिकरत बैक, सरकारी कार्यालय भी मालरोड के अंदर हैं ऐसे में आम जनता को परेशानी झेलने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि यह शासन प्रशासन की कमी है जो भी तिथि निर्धारित की गई लगातार उससे आगे बढ रहा है ऐसे में स्कूली बच्चों, आवश्यक खाद्य सामग्री आदि भी प्रभावित हो रही है उन्होंने कहा कि सभी चाहते हैं मालरोड शीघ्र बने लेकिन पूरी माल रोड बंद कर देना उचित नहीं है प्रशासन को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए कि स्कूल जाते समय व घर वापस आते समय छूट देनी चाहिए दुकानदार पहले से ही परेशान है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को तीन दिनों के लिए स्कूल बंद करने चाहिए अन्यथा कोई व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बच्चे स्कूल जा सके व लोग अपना कार्य निपटा सकें अन्यथा कांग्रेस पार्टी आंदोलन को बाध्य होगी।
वहीँ पूर्व सभासद कुलदीप रावत ने कहा कि अचानक रोड बंद करने का निर्णय गलत है इसके लिए पहले सूचना दी जानी चाहिए थी ताकि लोगों को पता चल सके व अपनी व्यवस्था कर सकें। अचानक बैरियर बंद करने पर सुबह स्कूल के बच्चों को परेशानी उठानी पड़ी। इसके लिए प्रशासन को कोई तरीका निकालना चाहिए था ताकि किसी को परेशानी न हो और कार्य भी जारी रहे। मालरोड के बैरियर बंद किए जाने पर दोनों बैरियरों पर पालिका कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों के साथ लोगों की खासी झड़प हुई जो काफी देर तक चलती रही।
इस मौके पर व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल मौके पर आये व उन्होंने बैरियर बंद करने का विरोध किया व एसडीएम से वार्ता की जिस पर उन्होंने कहाकि नायब तहसीलदार से बात करे। जब उनसे बात हुई तो तब जाकर दुपहिया वाहनों के लिए रोड खोल दिया गया व मुख्य मालरोड अन्य वाहनों के लिए पूरी तरह बंद रखा गया। उसके बाद ही बैरियर पर चल रहा हंगामा समाप्त हुआ।