राज्यपाल ने संजय कुमार की पुस्तक बर्ड इन एंड अराउंड मसूरी का लोकार्पण किया।
मसूरी : प्रदेश के राज्यपाल लेज. गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने लेखक आईएएस संजय कुमार की बर्ड इंन एंड अराउंड मसूरी पुस्तक का लोकार्पण किया। इस मौके पर पेनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर राज्यपाल ने मौजूद लोगों का आहवान किया कि प्रकृति एवं पर्यावरण व वन्यजीवों के संरक्षण का संकल्प लें।
लाइब्रेरी स्थित एक होटल के सभागार में लेखक संजय कुमार की पुस्तक बर्ड इन एंड अराउंड मसूरी का लोकार्पण करते हुए कहा कि विश्व पर्यटन दिवस पर पुस्तक का लोकार्पण करना बहुत अच्छा लगा। इस पुस्तक में 150 से अधिक पक्षियों के चित्र जो मसूरी व उसके आसपास है उनके चित्र प्रस्तुत किए है। उन्होंने कहा कि देव भूमि में पर्यटन बढेगा यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जो नेचुरल प्रोसेस से आगे बढ रहा है जिसमें स्प्रिचुअल, वाइल्ड लाइफ, एडवेंचर पर्यटन आदि है। उत्तराखंड में हिमालय, जंगल, नदियां, प्रकृति का सानिध्य है, भारत की सभ्यता संस्कृति है यहां के मंदिर अलग तरीके के है, जी 20 की बैठक में अतिथि देवो भव को देश विदेश से आये प्रतिनिधियों ने सराहा। अगर प्रकृति का आनंद लेना है तो उत्तराखंड आये। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में उत्तराखण्ड के पक्षियों के बारे में जानकारी दी गई है। ग्रामीण पर्यटन को उत्तराखंड में बढावा दिया जा रहा है जिनमें चार गावों को सम्मानित किया गया है वहीं होम स्टे लगातार बढ रहे हैं।
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक आईएएस संजय कुमार ने कहा कि बर्ड इन एंड अराउड मसूरी को पहला भाग 2014 में लिखा था व अब दस साल बाद इसका दूसरा भाग लिखा है। जिसमें मसूरी व उसके आस पास के क्षेत्रो में पाये जाने वाले पक्षियों के बारे में विस्तार से लिखा है, जिसमें भाषा साधारण रखी गई है। जिसमें बताया गया कि कौन पक्षी कहां व किस मौसम में मिलता है। इससे पर्यटन को बढावा मिलेगा जिसमें युवा वर्ग की रूचि होती है। ईको पर्यटन को बढावा मिलेगा, वर्ड वाचिंग आज रूचि बढ रही है। इस बुक के माध्यम से मसूरी व आसपास के गांव व क्षेत्र का विकास होगा देश विदेश से लोग यहां के पक्षियों की संुदरता को निहार सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह उनका शौक रहा है। इस मौके पर पीसीसीएफ उत्तराखंड डा. धनंजय ने कहा कि इस पुस्तक में एक सौ पचास से अधिक पक्षियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते है लेकिन उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं रहती लेकिन इस पुस्तक से लोग जानेंगे कि यहां पर पक्षियों की विविधता का खजाना छिपा है और निश्चित इस ओर रूचि बढेगी व देश विदेश के पर्यटक आयेंगे। उन्होंने बताया कि ईको टूरिज्म की अपार संभावनाएं है। देवलसारी में एक मंदिर था लेकिन अब लोग वहां जाते है व आज वहां बर्ड फेस्टिवल व बटर फलाई फेस्टिवल आयोजित कर रहे है। और गावं में होम स्टे बढ रहे है व लोगों आर्थिकी मजबूत हो रही है। इस मौके पर पेनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया जिसमें डा. धनंजय सिंह, पुस्तक लेखक संजय कुमार, गणेश सैली, लोकेश ओहरी ने भाग लिया व इस संबंध में चर्चा की। इस मौके पर मसूरी देहराूदन व देश के विभिन्न स्थानों से आये प्रकृति प्रेमी मौजूद रहे।