देवलसारी मंदिर में शिवलिंग व नंदी की प्रतिमा की गई स्थापित।

टिहरी/जौनपुर : भोलेनाथ की तप स्थली देवलसारी के ग्राम बंगसील स्थित मंदिर परिसर में मंत्रोच्चारण व पूजा अर्चना के उपरांत ग्रामीणों की मौजूदगी में शिवलिंग व नंदी की प्रतिमा स्थापित की गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने पहुंच कर धर्मलाभ व पुण्य कमाया।
पर्यटन नगरी मसूरी के समीपी भगवान भोलेनाथ की तप स्थली व मनमोहक पर्यटक स्थल बंगसील देवलसारी के मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त मुख्य फार्मेसिस्ट बिरेंद्र दत्त नौटियाल ने देश प्रदेश व परिवार की खुशहाली हेतु बंगसील स्थित भोलेनाथ के मंदिर परिसर में शिलालिंग और नंदी महाराज की प्रतिमा स्थापित की है।
इस अवसर पर आचार्य जनार्धन प्रसाद कोठारी ने विप्र मंडली के साथ विधिवत पूजा करके शुभ मुहूर्त पर शिलालिग व नंदी की प्रतिमा स्थापित करते हुऐ बताया कि वैसे तो उत्तराखंड की सम्पूर्ण पावन धरती देवभूमि है, लेकिन कई ऐसे स्थान है जहां पर साक्षात भगवान शंकर विराजमान है। उन्होंने बगसील के देवलसारी में कोणेश्वर महादेव के संदर्भ में बताया कि उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर नागस्वरूप में महादेव की पूजा की जाती है, लेकिन बांगसील देवलसारी मात्र एक ऐसा मंदिर है जहां पर साक्षात भगवान शकर विराजमान है। उन्होंने बताया कि मंदिर के गर्भगृह में सदैव भगवान भोले नाथ शक्ति के रूप में विद्यमान है, जो सृष्टि के दाता है। इस मौके पर हुकम सिंह राणा, वन पंचायत सरपंच चंद्र सिंह रावत, धूर्त मनी नौटियाल, प्रेम सिंह राणा, विमल नौटियाल, आशीष नौटियाल, विनय नौटियाल, गोबिंद सिंह, जगत सिंह ,मिजान सिंह, दिलमनी गौड़, महिपाल राणा, घनश्याम गौड़, राम प्रसाद गौड़, नरेंद्र मनी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व श्रद्धालुगण मौजूद रहे।