लंढौर छावनी क्षेत्र के निवासियों ने कहा – छावनी क्षेत्र या मिलिट्री स्टेशन में नहीं रहना चाहते वह सिविल एरिया में जाना चाहते हैं।
मसूरी : देश की सभी छावनी परिषद को समाप्त कर नगर निकाय क्षेत्र में शामिल किए जाने को लेकर भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के निर्णय पर छावनी क्षेत्र के भवन स्वामियों ने एक बैठक छावनी क्षेत्र के सिस्टर बाजार में की। जिसमें इस संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
मालूम हो कि देश की सभी छावनी परिषदों को समाप्त किया जा रहा है लेकिन इसमें कुछ हिस्सा जहां नगर पालिका में शामिल करने की बात की जा रही है वहीं कुछ क्षेत्र को मिलिट्री स्टेशन बनाये जाने की बात की जा रही है जिससे छावनी परिषद क्षेत्र में भवन स्वामियों को यहं चिंता सता रही है कि आखिर उनका क्षेत्र नगर पालिका में जायेगा या मिलिट्री स्टेशन का हिस्सा बनेगा। बैठक में वक्ताओं ने अपने सुझाव रखे व सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि छावनी क्षेत्र लंढौर के सभी भवन स्वामी छावनी क्षेत्र या मिलिट्री स्टेशन में नहीं रहना चाहते वह सिविल एरिया में जाना चाहते हैं। बैठक की जानकारी देते हुए छावनी परिषद लंढौर के पूर्व उपाध्यक्ष बादल प्रकाश ने बताया कि देश में सभी छावनी क्षेत्र को नगर निकायों में शामिल करने की बात चल रही है जिस पर कार्य तेजी से चल रहा है लेकिन इसमें एक नया प्रावधान आ रहा है कि छावनी परिषद के कुछ हिस्से को मिलिट्री स्टेशन में शामिल करने व कुछ हिस्से को नगर पालिका में शामिल करने पर मंथन चल रहा है। जिसका भवन स्वामियों ने विरोध किया व कहा कि कोई भी भवन स्वामी छावनी क्षेत्र या मिलिट्री स्टेशन में नहीं रहना चाहता, उनके क्षेत्र को या तो नगर पंचायत बनाकर अलग किया जाय या नगर पालिका में शामिल किया जाय। बैठक में कहा गया कि जब मसूरी के लंढौर क्षेत्र में मिलिट्री का कोई भी ऐसी यूनिट नहीं है कि उसे मिलिट्री स्टेशन बनाया जाय सभी की राय है कि उन्हें सिविल एरिया में शामिल किया जाय। क्यों कि जो मिलिट्री स्टेशन बनेगा उसमें जनता की सुनने वाला कोई नहीं होगा न ही कोई जन प्रतिनिधि जनता से चुना जायेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस संबंध में एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भटट से मुलाकात करेगा व उन्हें ज्ञापन देने के साथ ही इस समस्या के समाधान का अनुरोध करेगा वहीं एक पत्र शीघ्र रक्षा मंत्रालय भारत सरकार को भेजा जायेगा।
बैठक में पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, गणेश सैली, मनोरंजन त्रिपाठी, परमजीत सिंह, सुनील प्रकाश, मोहित गर्ग, आभा सैली, रमेश झा, अनिल अग्रवाल, एड्रयू सिंह, जसवंत सिंह, संजय कंसल, खेम सिंह खरोला, राज बिजलवाण, परमजीत सिंह, आशीष शर्मा, मोहित मित्तल, नेहा गर्ग, सुनीता कुंडले, अर्जुन वचानी, अनंत प्रकाश, विपिन प्रकाश, अनिल नौटियाल, वसुधा, परमजीत कोहली व बादल प्रकाश आदि मौजूद रहे।