1100 कमल के साथ श्री लक्ष्मी हृदय नारायण पुष्पार्चन वैदिक मंत्रों से गूंज उठी घाटी।

मसूरी : आर्यम इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन, भारत के तत्त्वावधान में दो दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव अत्यंत भव्य एवं दिव्य अनुभूतियों के साथ संपन्न हुआ। देवभूमि मसूरी में आयोजित इस महोत्सव में देश और दुनिया से लगभग एक हज़ार आर्यम भक्तों ने सहभागिता की। 1100 कमल के पुष्पों से श्री लक्ष्मी हृदय नारायण का पारायण एवम् महालक्ष्मी का पुष्पार्चन किया गया। पूर्णिमा पर समूचा वातावरण ईश्वरीय ऊर्जा से ओतप्रोत हो उठा।
ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष और आश्रम के कुल प्रमुख परम प्रज्ञ जगतगुरु प्रोफ़ेसर पुष्पेंद्र कुमार आर्यम जी महाराज के सानिध्य और मार्गदर्शन में समस्त आयोजन संपन्न हुए। देश भर से पधारे श्रद्धालुओं ने प्रभु प्रसाद का रसास्वादन किया। गुरुपूर्णिमा और व्यासपूजा पर प्रकाश डालते हुए श्री आर्यम जी महाराज ने इन पर्वों की महत्त्वता को रेखांकित किया। उन्होंने विशेषकर बच्चों और किशोरों को हिंदुत्त्व के संस्कारों को अपनाने पर बल दिया। उन्होनें सभी को सीख दी कि हमें अपनी प्राथमिकता बनानी चाहिए। आर्यम जी महाराज कहते हैं कि हम स्वयं के मालिक बनें। अग्निहोत्रम की शुरुआत गजानन, गणेश्वर गणपती अथर्वशीर्ष से हुई। गुरुदेव कहते हैं कि ओम शब्द अनाहत है, वो ऐसी दिव्य ध्वनि है जो प्रकृति के सवाभव से ही उत्पन्न हुई है। इस ब्रह्मनाद एवं ईश्वरीय ध्वनि की गूंज के साक्षी समस्त भारत से आए शिष्य बनें।
महोत्सव के दूसरे सत्र में श्री लक्ष्मी हृदय नारायण पाठ के साथ 1100 कमल के पुष्पों से हिरणमयी लक्ष्मी जी का अनूठा पुष्पार्चन किया गया। ज्ञात हो कि गुरुश्रेष्ठ आर्यम जी महाराज के पावन सानिध्य में हज़ारों हज़ार लोगों का जीवन तेज़ी से रूपांतरित हो रहा है। लोग पूर्ण समर्पण और श्रद्धा विश्वास से अपनी मूल जड़ों की और लौट रहे हैं। यज्ञ प्रार्थना, हवन भजन, मंत्र, एवं पुष्पार्चन सभी की जीवन शैली का अंग बन रहे हैं। लोगों का जीवन अधिक सफल, अधिक शांत अधिक समृद्ध और अधिक सुखी होता जा रहा है।
इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनील कुमार आर्य, प्रतिभा आर्य, उत्तकर्ष सिंह, माँ यामिनी श्री, हर्षिता आर्यम, शालिनी श्री, प्रवीन्द्र, देवेन्द्र, अविनाश जायसवाल, श्वेता जायसवाल, प्रीतेश आर्य, गोराव स्वामी, नेहा वत्स कक्कड़, तुमुल वत्स कक्कड़, अक्षिता, सुनील कुमार, प्रशांत आर्य, रमन, एवं वर्षू शर्मा का सहयोग रहा।