पालिका बोर्ड बैठक में कई प्रस्तावों पर जमकर हंगामा, पालिकाध्यक्ष व सभासदों के बीच बहस।
मसूरी : नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। बोर्ड बैठक शुरू होने से पहले ही सभासद गीता कुमाई ने एजेंडे को भ्रष्टाचार युक्त बताया धन का दुरूपयोग करने वाला बताया वहीं कहा कि गत बोर्ड बैठक की अनुपालन आख्या भी नहीं दी गई। वहीं पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि बोर्ड बैठक का राजनीतिकरण नहीं करने दिया जायेगा। वहीं पालिका सभासद गीता कुमाई, जसबीर कौर, जसोदा शर्मा, पंकज खत्री व मनोनीत सभासद कई प्रस्तावों के विरोध में बोर्ड रूम में ही धरने पर बैठ गये।
पालिका बोर्ड बैठक शुरू होते ही सभासदों ने हंगामा शुरू कर दिया। कई प्रस्तावों पर पालिका सभासद गीता कुमाई, जसबीर कौर, नंदलाल सोनकर, जसोदा शर्मा, आदि ने आपत्ति दर्ज की व इस दौरान पालिकाध्यक्ष से जमकर बहस हुई। हालांकि अधिकतर प्रस्ताव पास कर दिए गये। बोर्ड बैठक में पहला प्रस्ताव ही विरोध के कारण स्थगित करना पड़ा जिसमें पालिका सीमा के अंतर्गत, सीमांकन, मानचित्र आदि की धनराशि कई गुना बढाने का विरोध किया गया। वहीं लंढौर पार्किंग सनातन धर्म गर्ल्स इटर कॉलेज को देने का भी विरोध किया साथ ही पालिका के आईडीएच में मैथालीन प्लांट बनाने व माल रोड पर मुख्य डाक घर के समीप पालिका डिस्पेंसरी को तोड़े जाने का भी विरोध किया गया। बोर्ड बैठक में संविदा कर्मियों का कार्यकाल आगे बढाने व कीन को एक वर्ष के लिए आगे बढाने का निर्णय भी लिया गया। बोर्ड बैठक की जानकारी देते हुए पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि बोर्ड में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये जिसमे कीन का कार्य एक साल के लिए स्वच्छता में अच्छा कार्य करने पर बढाया गया, आईडीएच् में मैथालीन प्लांट लगाया जायेगा, रोपवे का टेडर पास किया गया। बैठक में कई प्रस्तावों पर बहस हुई, वहीं मालरोड पर डिस्पेंसरी को तोडने का निर्णय लिया गया क्यों कि जिनके पास डिस्पेंसरी थी उन्होंने लिख कर दिया है कि वह मसूरी से जा रहे है व पालिका को उनकी संपत्ति सौप रहे हैं। अध्यक्ष ने कहा कि वहां पर बोटलनेक है उसे हटा कर बोटलनेक समाप्त किया जायेगा। पालिका वहां पर कोई निर्माण नहीं करेगी बल्कि रोड का चौड़ीकरण किया जायेगा। वहीं पालिका सभासद गीता कुमांई ने कहा कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी का पद समाप्त नहीं किया जाना चाहिए उनकी जरूरत है, पद समाप्त करने के बजाय पद सृजन किए जाने चाहिए। उन्होंने पालिका की कार्यप्रणाली पर कई आरोप लगाये।
बोर्ड बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद को समाप्त करने के प्रस्ताव को लाया गया जिसमें कहा गया कि नगर पालिका के ढांचे में अब स्वास्थ्य अधिकारी का पद नहीं है इसकी जगह दो अधिशासी अधिकारियों के पद है। जिस पर नगर स्वास्थ्य अधिकाकरी डा. आभास सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी का पद केद्रीयकृत पद है जिसमें वेतन ट्रेजरी से दिया जाता है व पालिका पर इसका कोई भार नहीं पड़ता। यह पद शासन की ओर से सृजित है। वहीं इस पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि दो ईओ के आने व नये ढाचें में पद न होने के कारण नगर स्वास्थ्य अधिकारी को पदमुक्त किया जाने की कार्रवाई की जायेगी। |