उक्रांद अधिवेशन 24- 25 जुलाई को मसूरी में नये संकल्प व उर्जा के साथ होगा।

मसूरी : उत्तराखंड क्रांति दल आगामी 24-25 जुलाई को मसूरी में दो दिवसीय खुला अधिवेशन आयोजित करेगा जिसमे पार्टी की रणनीति तय की जायेगी व प्रदेश में नये जोश के साथ तीसरा राजनैतिक विकल्प तैयार करेगी। अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी हित में अहम फैसले लिए जा सकते हैं व नई कार्यकारणी का गठन किया जायेगा।
मसूरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में महाधिवेशन की संयोजक व उक्रांद की वरिष्ठ नेत्री प्रमिला रावत ने बताया कि 24 व 25 जुलाई को मसूरी के लक्ष्मीनारायण मंदिर सभागार में पार्टी का अधिवेशन आयोजित किया गया है जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ उक्रांद नेता जय प्रकाश उपाध्याय करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद लगातार प्रदेश की जनता तीसरा विकल्प देख रही है व उक्रांद की ओर टकटकी लगाये बैठी है लेकिन दल के कथित नेताओं के आपसी मन मुटाव व झगडों के कारण उक्रांद का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। ऐसे में अब अधिवेशन के बाद उक्रांद को जनता का उक्रांद बनाया जायेगा इसके लिए अगर पार्टी के नाम में परिवर्तन भी करना पडे तो करेंगे। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाया कि वे पार्टी को अपनी भमूति समझते हैं जबकि हकीकत में जनता उनको नकार चुकी है और अब उनका पार्टी से ससम्मान विदाई का समय आ गया है। अगर वरिष्ठ नेताओं को दल, जनता एवं कार्यकर्ताओं की भावानाओं का जरा भी ख्याल है तो वे अपना अहम छोड़ कर मसूरी अधिवेशन में प्रतिभाग करें। मसूरी उक्रांद की जन्म भूमि है और अब यहीं से इसका पुनर्जन्म होगा व जनता का विश्वास जीत कर नये स्वरूप में तीसरे विकल्प के रूप में जनता के सामने आयेगी। इस मौके पर उक्रांद के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश उपाध्याय ने कहा कि मसूरी में अधिवेशन की घोषणा हो चुकी है इसके लिए पूरे प्रदेश में भ्रमण कर सभी को अधिवेशन के लिए बुला रहे हैं। उन्होंने कहा कि उक्रांद के बडे नेताओं के आपसी विवाद के कारण उक्रांद हाशिए पर चला गया है ऐसे नेताओं से अनुरोध है कि वे मसूरी आकर आशीर्वाद दे अगर लड़ने आना है तो यहां न आयें, वहीं कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उक्रांद का नाम बदला जायेगा व इसमें नये युवाओं, महिलाओं व राज्य आंदोलनकारियों को जोड़ रहे हैं जो तीसरे विकल्प के रूप में सामने आयेगा।
इस मौके पर पूर्व महासचिव डीएवी कालेज सचिन थपलियाल ने कहा कि प्रदेश को नये विकल्प की जरूरत है जिसको मसूरी अधिवेशन में खोजा जायेगा। उन्होने कहा कि उनकी भावनाएं उत्तराखंड से जुड़ी हैं, राज्य आंदोलन में कई लोगों ने शहादतें दी जिसमें मसूरी की अहम भूमिका रही, लेकिन मसूरी आकर लगा कि यहां पर पर्यटक स्थल होने के बाद भी अव्यवस्था है जिसे ठीक किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आर्यन संगठन राज्य हित में जो भी फैसला मसूरी अधिवेशन में लिया जायेगा हम उसके साथ रहेंगे। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी प्रदीप भंडारी ने कहा कि आगामी 24 व 25 को होने वाले अधिवेशन में उक्रांद नेता नाम पर कोई विवाद करते हैं तो नये नाम के साथ मजबूत संकल्प के साथ आगे बढना चाहिए।
इस मौके पर उक्रांद महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष सीमा देवी ने कहा कि अधिवेशन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं वहीं अधिवेशन में महिला सशक्तिकरण को साथ जोड कर विकल्प तैयार किया जायेगा, जिसका संदेश पूरे राज्य में जायेगा। पत्रकार वार्ता में शकुंतला रावत, सुमित डंगवाल, सीमा देवी, कमलेश भंडारी, जितेंद्र कुमार व संदीप कुमार आदि मौजूद रहे।