ग्रामीणों ने तहसील परिसर में रखा आयुष का शव, न्याय की लगाई गुहार।

अनिल भंडारी
श्रीनगर : छात्र की मौत के बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए आज सुबह से ही उपजिलाधिकारी कार्यालय में आज अतरिक्त पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। गत 17अगस्त को छात्रों में हुई मारपीट में मृत छात्र आयुष नेगी(16) के शव को लेकर मलेथा के सैकड़ों ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय परिसर में रखकर प्रदर्शन किया। जिसमें ग्रामीणों ने छात्र के परिजनों को मुआवजा दिलाने व प्रधानाचार्य के निलंबन की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है जिस पर एसडीएम कीर्तिनगर अजयवीर सिंह ने डी एम नई टिहरी हवाला देते हुए बताया कि डीएम ने उनको इस मामले की जांच के आदेश दिए है जिसमे पंद्रह दिनों में जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जानी है उसी पर कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को प्रधानाचार्य के निलंबन की कार्यवाही को लिख दिया गया है ।उन्होंने बताया कि छात्र के परिजनों को उचित मुआवजे के लिए उनके द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में आवेदन भेज दिया गया है साथ ही जांच शुरू कर दी गई है उन्होंने ग्रामीणों आश्वासन दिया कि उनके द्वारा जांच की कार्यवाही की प्रतिदिन की रिपोर्ट उनके द्वारा नियत व्यक्ति कार्यालय से प्राप्त कर सकता है वहीं घटना की प्रत्यक्षदर्शी व छात्रों की लड़ाई छुड़ाकर उन्हे समझने वाली शिक्षिका बीना रावत को मौके पर बुलाकर घटना की जानकारी सबके सामने बयान करवाने के बाद ही ग्रामीण शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।

वहीँ सीओ रविंद्र कुमार चमोली, कोतवाल रविंद्र यादव का कहना है कि उन्होंने आरोपी दोनो छात्रों को अभिरक्षा में लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है जिसमे अन्य प्रत्यक्षदर्शी छात्रों से भी पूछताछ की जाएगी साथ ही झगड़ा किस बात को लेकर शुरू हुआ था इस बात की भी जांच की जा रही है जांच के बाद जो भी इसमें दोषी पाया जाता है उसके उपर भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। वही ग्रामीणों का रोष क्षेत्रीय विधायक को लेकर भी बढ़ता जा रहा है ग्रामीणों का कहना है की क्षेत्र की इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक विधायक ने परिजनों से मिलने की जहमत तक नहीं उठाई जबकि विधायक का आवास मलेथा में ही है।