लेखिका ऐश्वर्या झा ने बताई लेखन की बारीकिंया, व सकारात्मक लेखन को प्रोत्साहित किया।

मसूरी : माल रोड स्थित एक होटल के सभागार में प्रभा खेतान फाउंडेशन, व अहसास वूमेन ऑफ मसूरी के तत्वाधान में द राइटर सर्कल कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें लेखिका, डिजाइनर व इंटरप्रिन्योर ऐश्वर्या झा ने लेखन की बारीकियो से अवगत कराया।
कार्यक्रम में लेखिका ऐश्वर्या झा ने कहा कि लेखकों की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि जो लिखे उसका समाज पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए सकारात्मक लिखना चाहिए चाहे वह कविता, हास्य, लेख, या नाटक हो उसका संदेश समाज हित में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होने पहली पुस्तक लिखी है जिसके बारे में भी चर्चा होगी वही कहा कि वह मुख्यतः फिक्सन लिखती है वहीं कविता व उपन्यास भी लिखा है। उन्होंने कहा कि लिखने का शौक बचपन से रहा है, व लिखने से खुशी मिलती है। बचपन से लक्ष्य रहा है कि मुझे राइटर बनना है। उन्होंने कविता, लघु कहानी, निबंध, व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी लिखा है। उन्होंने नये युवा लेखको को संदेश दिया कि पैसा कमाने के लिए नहीं बल्कि पेशन मान कर लिखे वह लिखने के लिए प्रोत्साहित करती है, वैसे अनेक स्तर पर लिखा जाता है पर जो लिखें उसमें समाज के लिए संदेश होना चाहिए। समाज निर्माण में लेखकों की अहम भूमिका होती है इसमे हर स्तर इसका लाभ मिलता है। फिल्में इतना असर नहीं डालती जितना लेखन से पड़ता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने द स्केंट फालेन स्टार पुस्तक लिखी है उस पर भी इस कार्यक्रम में चर्चा की गई। इस मौके पर अहसास वूमेन ऑफ मसूरी की अध्यक्ष ईशा गुप्ता वैश्य के साथ उन्होंने विभिन्न विषयों पर चर्चा की वहीं श्रोताओं के सवालों के भी उत्तर दिये। इस मौके पर अंकुर वैश्य, लेखक सतीश एकांत, निधि बहुगुणा, पारूल, योगिता गोयल, नूपुर कर्णवाल, सहित लेखन में रूचि रखने वाले लोग भी मौजूद रहे।