Biography – कौन है सुनील सजवाण जाने अनसुनी बाते पुरी बायोग्राफी, अपनी बोली भाषा मे करते है मंच का संचालन।

उत्तराखण्ड : बहुत ही गरीब परिवार से पढाई के साथ ध्याडी और मझदुरी करके अपने मॉ बाप भाई बहन व परिवार का भरण पोषण करने वाले सुनील सजवाण अपनी मेहनत व लगन के चलते आज उत्तराखण्ड मे मंच उद्धघोषक ( संचालक ) के रूप मे अपनी अलग पहचान बना चुके हैं।
सुनील सजवाण का जन्म 29 जनवरी 1987 को टिहरी जनपद के जौनपुर क्षेत्र के छोटे से गांव खेडा मल्ला मे श्री शेर सिंह सजवाण व श्रीमती चन्द्रकला देवी के घर पर एक गरीब साधारण परिवार मे हुआ। उस समय पर पिता शेर सिंह सजवाण गांव मे एक अशिक्षित व सीधे व्यक्तित्व वाले इंसान थे खेती बाडी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।
इसी के चलते जब सुनील सजवाण 5 साल के हुए तो थत्यूड मे नानी व मामा मामी के सहयोग के साथ सरस्वती शिशु मन्दिर थत्यूड मे सुनील का दाखिला करा दिया गया। पढाई मे बचपन से ही हौशियार सुनील धीरे धीरे कक्षा 2 ( द्वितीय ) स्वतन्त्रता दिवस के दिन स्कूल मे शहीद भगत सिंह नाटक मे सुनील ने एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी का अभिनय कर स्कूल मे अमिट छाप छोड दी जिन्दगी के इस पहले मंच ने एसा साथ दिया की आज तक सुनील देश व उत्तराखण्ड के कई प्रसिद्ध मंचो पर मंच संचालन कर चुके है।
बस फीर क्या था मंच पर बोलने की हिचक इस नाटक ने पुरी कर ली थी फीर स्कूल मे कोई भी आयोजन हो सुनील उस पर अपने विचार जरूर रखते और सरस्वती शिशु मन्दिर के बाद सरस्वती विद्या मन्दिर थत्यूड में जूनियर की पढाई के साथ साथ जिला स्तर प्रदेश स्तर तक की भाषण प्रतियोगिताओ मे सुनील प्रतिभाग व सम्मान प्राप्त करने लगे जबकी इस दौर मे सुनील स्कूल के सेनापति भी चुने गए और स्कूल के साथ साथ घर मे भैंस गाय के लिए घास काटना घर पर धान कुटना दूर से पानी भरकर लाना माता पिता के साथ खेती बाडी का काम भी देखना सब कुछ करते रहे।
राजकीय इन्टर मीडिएट कालेज थत्यूड मे इन्टर तक की पढाई के दौरान भी सुनील हर भाषण व वाद विवाद प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान प्राप्त करने लगे।
स्नातक व स्नातकोत्तर की पढ़ाई सुनील ने राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी , रामचन्द्र उनियाल स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी व MPG कालेज मसूरी से की।
सुनील पढाई के साथ साथ काम हेतु काफी समय प्रसिद्ध गौ कथा वाचक गोपाल मणि जी महाराज व भटवाडी भास्कर मन्दिर समिती के पुजारी महादेव प्रसाद शास्त्री जी के साथ भी रहे।
बाद मे कुछ समय सुनील राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मे बातौर विस्तार क भी रहे।
इस बीच सुनील का विवाह भटवाडी उत्तरकाशी निवासी सुनिता के साथ हो गया जो प्रेम विवाह था उत्तरकाशी मे रहने के दौरान सुनील मन ही मन सुनिता से प्रेम करने लगे और एक दिन उन्होंने सुनिता को अपने दिल की बात बता दी और दोनो ने विवाह कर लिया विवाह के बाद परिवार के भरण पोषण के लिए सुनील टैंट हाऊस मे शादी विवाह मे लेवर के तौर पर डीजे बजाया करते थे और ध्याणी मझदुरी तक का काम किया करते थे शिवांश व देवांश दो पुत्रो के साथ सुनील थत्युड मे अपने माता पिता छोटे भाई शुशिल व उनकी बहु सविता सामुहिक परिवार के साथ अपना जीवन खुशी खुशी व्यतित कर रहे हैं। सुनील सजवाण के छोटे पुत्र देवांश जवाहर नवोदय विद्यालय पौखाल मे कक्षा 8 के विद्यार्थी हैं।
इन्ही संघर्षो के बीच सुनील थत्यूड की रामलीला मे अभिनय कर लिया करते थे कभी कभार उन्हे माईक भी बोलने को मिल जाता था।
कई दलो व गायको के साथ भी कभी कभी मंच संचालन करने का मौका मिलता रहता था।
घर पर स्वयं मे लगातार मेहनत और कुछ समय पत्रकारिता मे कार्य करने से शब्द संयोजन और गढवाली भाषा मे पकड बनाने की कला ने सुनील को उत्तराखण्ड मे गढवाली भाषा के प्रसिद्ध मंच संचालको मे लाकर खडा कर दिया।


आज सुनील सजवाण मंच उद्वघोषक के तौर पर देवभूमि मे प्रसिद्ध नाम है।
उत्तराखण्ड के सभी प्रसिद्ध लोक गायको के साथ साथ सामाजिक सांस्कृतिक राजनिति सभी प्रकार के मंच का संचालन अगर सुनील सजवाण कर रहे हो तो उस कार्यक्रम को सफल माना जाता है।
मंच संचालन के साथ साथ सुनील गढवाली कई चित्र गीतो मे भी अभिनय कर चुके है जिनके इन दिनो के प्रसिद्ध गीत माखु जनु भी शामिल है।


प्रसिद्ध चित्रगीत जिसमे सुनील सजवाण ने अभिनय किया है

1- बांद परमिला गायक जगेन्द्र सेमवाल

2- एलबम मेरी छौंदाणी गायक मंगलेश डंगवाल

3- नव दुर्गा स्तूती ( औ माता तेरी जोत जगोला ) गायक मंगलेश डंगवाल

4- गीत अलसी तेरू खाणु क्या छः गायक प्रीतम भरतवाण

5- एलबम गैल्या बिछुमा गीत कातिक मैन बग्वाल गायक सूर्यपाल श्रीवाण

6 – नी जाणु बेटा सुमेरु गायक राम कौशल

7 – आलू कु कर्जा गायक संजय चंखवाण

8 – जौनसारी गीत मेहन्दी गायक सुरेन्द्र राणा 

9 – हे बाबा मस्त मस्त गायक सुरेन्द्र राणा

10- गीत छुयाल गायक शेरू भरवाण 

11- होली गीत गायक सुमन भारती

12 – माखु जनु गायक केशर पंवार


सुनील सजवाण वायोग्राफी

नाम- सुनील सजवाण

जन्मतिथी – 29 जनवरी 1987

पिता – श्री शेर सिंह

माता – श्रीमती चन्द्रकला

पत्नि – सुनिता सजवाण

भाई – शुशिल सजवाण

भाई की वधु – सविता सजवाण

पुत्र – शिवांश व देवांश

भतिजा – वेदांश

बहिन – सुलेखा सजवाण रमोला

बहनोई – पवन रमोला

शिक्षा – स्नात्तकोत्तर

निवास – खेडा कालोनी थत्यूड जौनपुर टि० ग०

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