उक्राद उत्तराखंड के हितों के लिए संघर्ष करता रहेगा।
मसूरी : उत्तराखंड क्रांति दल ने पत्रकार वार्ता में जल जगल व जमीन की लड़ाई को पूरी ताकत के साथ लड़ने का आहवान किया व कहाकि आगामी समय में उक्रांद की सरकार बनेगी तो उत्तराखंड की जनता के मूल अधिकार वापस दिए जायेंगे।
एक होट में आयोजित पत्रकार वार्ता में उक्राद के संरक्षक त्रिवेद्र पंवार व केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत ने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखंड में उत्तराखंड की जनता के साथ नाइंसाफी हो रही है उसको लेकर लगातार उत्तराखंड क्रांति दल सजग है और भू कानून, मूल निवास, के लिए लगातार संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश को बचाने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऐसे कानूनों को लागू नहीं होने दिया जायेगा। कहा कि उक्राद उत्तराखंड में नबब जैसे पहाड़ विरोधी कानून को बिल्कुल भी लागू नहीं होने देंगे जिसका उद्देश्य बाहरी व्यक्तियों को यहां की नागरिकता यहां का स्थाई निवास यहां का मूल निवास और यहां की जल जंगल जमीन पर बाहरी व्यक्तियों का कब्जा करना है ताकि 60 लाख से अधिक बाहरी व्यक्तियों को यहां का वोटर बनाकर अपनी नकारात्मक राजनीति यहां पर की जाए और उत्तराखंड की जनता के साथ छलावा किया जाए। सबसे ज्यादा अगर किसी ने उत्तराखंड की जनता को छला है तो वह भाजपा सरकार है जिन्होंने की डबल इंजन का परिपूर्ण फायदा उठाते हुए खनन के माध्यम से नदियों की रेत बजरी पत्थर आदि सभी संपदाओं को खनन माफियाओं के द्वारा बाहरी राज्य तक पहुंचाने का कार्य किया और यहां की जंगल जहां से की लाखों करोड़ों की जड़ी बूटियां उत्पादित होती है वह जंगल भी बाहरी व्यक्तियों के नाम कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता अगर दोबारा से उत्तराखंड क्रांति दल पर विश्वास जताती है तो 2027 में उत्तराखंड में उत्तराखंड क्रांति दल की पूर्ण बहुमत की सरकार होगी और यहां पर उत्तराखंड के लोगों के भलाई के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे और जो भी उत्तराखंड की जनता के मूल अधिकार हैं उनको वापस दिलाए जाएंगे।