बड़कोट नगर पालिका चुनाव पर क्या कहते हैं नवदीप डोभाल।
रिपोर्ट – जितेन्द्र गौड़
सम्भावनाओं का अवसरवादी खेल बड़कोट नगर पालिका परिषद की चुनावी हलचल |
उत्तरकाशी : राजनीति सम्भावनाओं की बिसात पर खेली जाती है, और राजनीतिक चुनाव परिणाम पूर्व कई अनुमानों और पूर्व मिथकों को धराशयी करते हुए अप्रत्याशित और चौँकाने वाले
नतीजे इसके गवाहों का वास्तविक सबूत है!कई पूर्व चुनाव नतीजे इसकी बयानगी को
साबित करते आये है,
विदित है कि उत्तराखंड राज्य नगर निकायों के निर्वाचित कार्यकाल 02 दिसंबर 2023 को पूरा हो गया, जिस पर राज्य सरकार ने नगर निकायों को प्रशासकों के सपुर्द कर दिया, पर उत्तराखंड उच्च न्यायलय में जनहित याचिका दायर होने से राज्य सरकार के शहरी विकास
सचिव से राज्य में समय पर चुनाव घोषणा न होने पर जवाब माँगा है, जिस कारण संभावित
चुनावों को निकट आते देखकर
नगर निकायों में चुनावी हलचल तेज हो गयी है, नगर निकायों में
पार्षद, अध्यक्ष और मेयर के पद पर को हासिल करने के चुनावी गणित काफ़ी तेज होने लगे है
जनपद उत्तरकाशी के यमुनाघाटी की बहुचर्तित नगर पालिका परिषद में विशेषकर अध्यक्ष पद पर सुशोभित होने के लिए संभावित्त प्रत्याशियों का राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है, सम्भावित्त प्रत्याशियों के शुभकामनायें संदेशों से पूरा नगर क्षेत्र पटा पड़ा है इस समय तक कुल 09 प्रत्याशी अध्यक्ष पद पर दावेदारी करते प्रतीत हो रहें है, इस नगर निकाय से गत चनावों में
अध्यक्ष पद पर बड़कोट गांव के मतदाताओं की एकता का परचम
लहराता हुआ अध्यक्ष पद बड़कोट के प्रत्याशी को ही विजयश्री प्राप्त हुई, पर राजनीति और राजनीति के शहमात के खेल हमेशा पूर्व अनुमानों, पूर्व अनुभवों पर टिके हुए नहीं रहते,
वर्ष 2022 का पुरोला विधानसभा चुनाव कई वर्षों से क़ायम मिथक को भी तोड़ गया कि जिस पार्टी का उमीदवार पुरोला विधानसभा से विजयी होगा उसकी निकटतम
विरोधी पार्टी की सरकार बनेगी, यह मिथक भी वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में टूट गया, और अभी हाल में ही नवंबर दिसंबर में हुए मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ विधानसभा चुनावों ने तो सारे पूर्व अनुमानों को धराशयी कर डाला, इसी आधार पर नगर पालिका बड़कोट के अध्यक्ष पद पर संभावित 09 प्रत्याशियों का राजनीतिक घमासान देखकर तो यह प्रतीत होता है बड़कोट गांव से अबतक अध्यक्ष पद हासिल करने की एकता को ब्रेक लग सकता है, यदि बड़कोट गांव से एक प्रत्याशी की दावेदारी को पुख्ता नहीं किया गया, निकट भविष्य में होने वाले इस चुनाव में
सभी प्रत्याशी अनुभवी और अपनी दावेदारी को पुख्ता बनाने मे काफ़ी समय से जी-जान से जुटे हुए है,
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष, तेजतरार नेता अतोल सिंह रावत के राजनीतिक अनुभव उनकी दावेदारी पुख्ता बना रहें है, बड़कोट गांव से ही डॉक्टर कपिल देव के कुशल कार्यशैली से जनता भी प्रभावित है, इन्होने क्षेत्र की जनता को केंद्रीय ओ. बी. सी. का लाभ देने तथा हर्बर्टपुर यमनोत्री
राष्ट्रीय राजमार्ग को आल वेदर
मोटर मार्ग मे सम्मलित करने हेतु
गहन पत्राचार कर अपनी पैठ मज़बूत बनाने का प्रयास अवश्य किया, वहीं होटल एसोसिएसन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा भी शुभकामनाओं सन्देश के जरिये अपनी उमीदवारी की गवाही दे रहें है, महिला उमीदवार के रूप मे अपनी गहरी पीठ बनाती, सामाजिक कार्यों मे बराबर भाग लेकर मतदाताओं के बीच सदा उपस्थिति दर्ज करवाती श्रीमती कृष्णा राणा की बड़कोट गांव से महिला उम्मीदवारी भी मजबूती से उभरती प्रतीत होती है,
बड़कोट गाँव से क्या इस बार अध्यक्ष पर लगातार जीत हासिल होने का तमगा बना रहेगा या गाँव से तीनों प्रत्याशियों की मजबूत दावेदारी बनी रहने से बड़कोट गांव से चेयरमैन बनने का मिथक टूट जायेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में छुपा हुआ है पर वर्तमान माहौल यही बयान करता प्रतीत होता है क्योंकि बाजार से अन्य 06 संभावित प्रत्याशी बड़कोट से मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे,
ब्यापार मंडल अध्यक्ष पद पर लगातार कई वर्षों तक पदासीन
राजाराम जगूड़ी की बड़कोट बाजार से लेकर बड़कोट गांव तक मतदाताओं के बीच अच्छी पैठ को कतई नकारा नहीं जा सकता,
वहीं तेजतरार पत्रकार सुनील थपलियाल भी गत कार्यकाल से
नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के इस बार अपने पूर्व अनुभवों को समेटे राजनीति की इस बिसात पर मजबूती से जमे हुए है, बाजार से ही पूर्व पार्षद हँसपाल बिष्ट की युवाओं के मध्य अच्छी पैठ को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व वाइस चेयरमैन राघवानंद बहुगुणा के राजनीतिक
अनुभवों का उनको लाभ मिलने की संभावना प्रतीत होती है
इस समय सबसे अधिक चर्चित
और युवाओं के बीच लोकप्रिय संभावित्त प्रत्याशी विनोद डोभाल
(कुतरू भाई )की मजबूत दावेदारी, उनकी गहरी सामाजिक सक्रियता से चेयरमैन पद के जीत के दावे को पुख्ता बनाते आ रहें है, जिस प्रकार उन्होंने बहुत कम समय में अपनी गहरी सामाजिक
छवि अर्जित की है इसी तरह उनके कदमों को विजयपथ की ओर रोकना मुश्किल होगा,
भविष्य के जीत का दावा किस पर फिट बैठता है यह तो चुनाव संपन्न होने बाद ही पता चलेगा..पर वर्तमान में
09 प्रत्याशियों का राजनीतिक घमाशान बड़कोट नगर पालिका, आसपास की जनता के बीच यह सम्भावित्त चुनावी घमासान अवश्य ही चर्चित और रोचक बना हुआ है।